देहरादून; पुलिस पर फायरिंग कर 32 साल से फरार चल रहे बदमाश को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। बदमाश को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर रखा था. साल 1989 में लूट की घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस पर फायरिंग कर 32 साल से फरार चल रहे इनामी बदमाश को उत्तराखंड एसटीएफ ने हरियाणा के यमुनानगर करनाल हाइवे से गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए शातिर आरोपी गुरुदेव सिंह को न्यायालय द्वारा लंबे समय से भगोड़ा घोषित किया गया था। 32 साल से फरार चल रहा बदमाश गुरुदेव एसटीएफ की गिरफ्त में आया।
इनामी आरोपी गुरदेव सिंह पुत्र ईश्वर सिंह मूल रूप से हरियाणा के सेक्टर-29 पानीपत का रहने वाला बताया जा रहा है। साल 1989 में हरियाणा के पानीपत न्यायालय से जमानत मिलने के बाद से ढाई हजार का इनामी गुरुदेव सिंह फरार चल रहा था।
22 की उम्र में अपराध की दुनिया में आया, 54 साल की उम्र में हुआ गिरफ्तार हुआ। एसटीएफ के मुताबिक, गिरफ्तार इनामी बदमाश गुरुदेव सिंह ने 22 साल की उम्र में 1989 में पहले कार लूट जैसे घटनाओं को अंजाम दिया। फिर उसके बाद रुड़की पुलिस पर फायरिंग कर फरार हुआ। ऐसे में अब 32 साल बाद गुरुदेव सिंह पुलिस के हत्थे चढ़ा है।
उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स के मुताबिक, साल 1989 में थाना कोतवाली में भीम सिंह निवासी जिंद हरियाणा द्वारा तहरीर देकर गुरदेव सिंह के खिलाफ एक कार लूट मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं, गिरफ्तारी के दौरान आरोपी गुरुदेव सिंह पर रुड़की कोतवाली पुलिस टीम पर फायरिंग कर फरार होने के आरोप में धारा 307 समेत संगीन धाराओं में भी मुकदमा दर्ज है।
पहचान छुपाकर हरियाणा में प्रॉपर्टी डीलिंग कर रहा था। एसटीएफ के मुताबिक, 32 साल से फरार इनामी बदमाश गुरुदेव सिंह वर्तमान समय में पहचान छुपाकर हरियाणा में प्रॉपर्टी डीलिंग का काम कर रहा था। आरोपी के संबंध में हरियाणा और अन्य राज्यों में आपराधिक इतिहास की कुंडली खंगालकर जांच पड़ताल जारी है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के सख्त दिशा-निर्देश के बाद से राज्य में आपराधिक घटनाओं में लिप्त फरार इनामी शातिर बदमाशों की धरपकड़ को लेकर एसटीएफ सहित अन्य एजेंसियों का युद्धस्तर पर अभियान चल रहा है।