देवप्रयाग
बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान में अधिग्रहण के बिना तीर्थ पुरोहितों के आवासों को गिराने के प्रयासों से पुरोहित समाज में जबरदस्त रोष बना है। तीर्थ पुरोहितों ने प्रशासन की इस कार्रवाई को कश्मीरी पंडितो के साथ की गई ज्यादती के समान बताया है।
बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत चमोली प्रशासन ने तीर्थ पुरोहितों के पैतृक घरों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है। इसी के तहत देवप्रयाग निवासी तीर्थ पुरोहित चिरंजी लाल पंचपुरी का पुश्तैनी घर की दीवार बिना नोटिस गिरा दी गई। इससे घर में रखे सामान की चोरी किए जाने का रास्ता भी खुल गया।
आर्थिक तौर पर कमजोर तीर्थ पुरोहित चिरंजीलाल का कहना है कि प्रशासन द्वारा बिना वजह उनके घर पर जे सी बी चलवा दी गई। श्री बदरीश पंडा पंचायत के अनुसार सरकार तीर्थ पुरोहितों से अपराधियों जैसा व्यवहार कर रही है। कानून की धज्जिया उड़ाता जिला प्रशासन चमोली उनकी भूमि भवनों को बिना वजह क्षति ग्रस्त कर रहा है। पंडा पंचायत ने प्रशासन को चेतावनी देते कहा है कि वह तीर्थ पुरोहितों को कमजोर नहीं समझे।
तप्त कुंड आंदोलन की याद दिलाते पंचायत ने कहा जेल भरो अभियान के चलते तत्कालीन उ प्र सरकार को भी तीर्थ पुरोहितों के सामने झुकना पड़ा था। मास्टर प्लान के नाम पर तीर्थ पुरोहितों व हक हकुक धारियों के कानूनी अधिकार खतम करने की कोशिशों का कड़ा विरोध किया जाएगा।