- स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा की पुत्री डा. रीता बहुगुणा जोशी ने स्व. बहुगुणा से जुड़े लोगों से मिलकर जताया संकल्प
- बीजापुर अतिथि गृह में स्वर्गीय बहुगुणा का किया गया भावपूर्ण स्मरण, लोगों ने सुनाए अपने संस्मरण
- कहा हेमवती नंदन बहुगुणा जैसा विलक्षण राजनीतिज्ञ न उनसे पहले कभी था और न कभी होगा
प्रदीप बहुगुणा
देहरादून। स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा की पुत्री और प्रयागराज की सांसद डा. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति समिति उत्तराखंड के कोने-कोने से समाज के लिए अपना अमूल्य योगदान देने वाली विभूतियों को उजागर करेगी। इसके लिए उन्होंने इतिहासविदों और स्वर्गीय बहुगुणा से जुड़े लोगों को सहयोग मांगा। वहीं, रीता ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को स्व बहुगुणा के जीवन पर लिखी पुस्तक भी भेंट की।
बीजापुर अतिथि गृह में स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा से जुड़े रहे लोगों से औपचारिक मुलाकात के दौरान डा. रीता जोशी ने कहा कि यह काम दलगत राजनीति से हटकर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य की शुरुआत 25 अप्रैल 2022 को स्वर्गीय बहुगुणा के जन्मदिन से की जाएगी। तब राजनीति से जुड़े लोग भी विधानसभा चुनाव संपन्न हो जाने से इसमें अपना योगदान दे पाएंगे। उत्तराखंड के हर जिले में इसके लिए आयोजन किए जाएंगे और संबंधित जिले के स्वतंत्रता आंदोलन के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में अपना अमूल्य योगदान देने वाली विभूतियों के योगदान को पुस्तिका प्रकाशित कर समाज के सामने लाया जाएगा। जिससे आने वाली पीढ़ी उनसे प्रेरणा ले सके।
इस मौके पर देहरादून आगमन पर डा. रीता बहुगुणा जोशी का स्वागत करते हुए उत्तराखंड सरकार के मंत्री सुबोध उनियाल ने स्वर्गीय बहुगुणा से जुड़ी अपनी यादें ताजा करते हुए कहा कि स्वर्गीय बहुगुणा ने स्वाभिमान और अपने उच्च राजनीतिक मूल्यों के लिए कभी समझौता नहीं किया। इसके लिए सत्ता और राजनीतिक दलों को ठोकर मारते हुए अपना राजनीतिक सफर तय किया। कैबिनेट मंत्री सुबोध ने कहा कि विलक्षण प्रतिभा के धनी स्वर्गीय बहुगुणा की छवि वे रीता दीदी में देखते हैं।
कार्यक्रम का संचालन स्वर्गीय बहुगुणा से लंबे समय तक जुड़े रहे विवेकानंद खंडूड़ी ने किया। इस मौके पर राज्य आंदोलनकारी डा. सुशीला बलूनी, शंकर चंद रमोला, हर्ष निधि शर्मा, सुभाष कुमार, रोहित ठाकुर, आनंद बहुगुणा, प्रदीप जोशी, बृज भूषण जोशी, सुमेर चंद रवि, अंजना वालिया, एसपी मित्तल, आईपी उनियाल, रवि शरण दीक्षित, राजेंद्र सिंह, रविंद्र सिंह, राजेष ध्यानी, विपुल मिश्रा, अंकित शारदा, निधि खंडूड़ी, राजेश ध्यानी, एस माथुर, आचार्य सदानंद सेमवाल, राजेंद्र रावत, धर्मपाल सिंह रावत, केशवानंद तिवारी, अशोक कुमार सिंह, राकेश मल्होत्रा, राजीव उनियाल, गुरु प्रसाद तिवारी, अशोक गुप्ता, अनिल वर्मा, अरुण कुमार शर्मा, विनोद कुमार कन्नौजिया, श्वेता खंडूड़ी, पं. विजेंद्र मिश्र, आशुतोष कुमार शर्मा, राम सिंह बिष्ट, आशीष भट्ट समेत स्वर्गीय बहुगुणा से जुड़े रहे लोग और उनके परिजन मौजूद थे।