भाई कमलानंद (डा. कमल टावरी)
पूर्व सचिव, भारत सरकार
मुख्यमंत्री धामी जी, आपको मेरा प्रणाम।
आप यूनिफार्म सिविल कोड को लागू करने के लिए सराहनीय काम कर रहे है। उत्तराखण्ड में यह ऐतिहासिक काम होगा। यह देश के लिए नजीर बनेगा। एक्सपर्ट कमेटी ने जिस तत्परता से ड्राफ्ट रिपोर्ट तैयार किया है, वह भी धन्यवाद के पात्र हैं। उत्तराखंड में समान नागरिक सहिता लागू होने से दशकों से चली आ रही कुरीतिया और कुप्रभाए खत्म होंगी। सभी को समान अधिकार मिल सकेगा।
भारत को विश्वगुरु बनाने में देवभूमि उत्तराखण्ड की अहम भूमिका है। राज्य में प्राकृतिक ससाधनों का खजाना भरा है। अभी राज्य में कई छुपी हुई संपदाओं को सामने लाने की जरूरत है। देवभूमि में ज्ञान, अध्यात्म और ज्योतिष शास्त्र की लंबी परंपरा और गौरवशाली इतिहास रहा है। खास बात यह है कि राज्य के पहाड़ी इलाको में पाली जाने वाली बद्री गाय का दूध दुनिया में सबसे अधिक गुणकारी और निरोगी माना जाता है। बद्री गाय उत्तराखण्ड के गांवो की कृषि और आर्थिकी से सीधे जुडी है। इसी गाय के दूध से बाबा केदारनाथ का भी अभिषेक किया जाता है। इस गाय को किसान और आयुर्वेद से जोड़ने की दिशा में अधिक प्रयास किए जाने की जरूरत है।
राज्य में शहर और गांवों में जगह-जगह सरकारी संपत्तियां खाली पड़ी है। उनका कैसे सदुपयोग किया जाए, इस पर भी काम किया जाना चाहिए। राज्य के विकास मॉडल के लिए पहले स्थानीय स्तर पर बिजनेस प्लान बनाया जाना चाहिए। केंद्र सरकार का सहकारिता पर विशेष जोर है। ग्रामीण विकास में सहकारिता की विशेष भूमिका है। इस पर कई अच्छे अच्छे जीओ किए जा चुके हैं। यदि इस पर और अधिक कार्य किए जाएं, तो अच्छे रिजल्ट आ सकते हैं। इसमें सरकार पर कोई भार नहीं पडे़गा, उल्टा आय का जरिया बनेगा। आप सभी अधिकारियों से सुझाव लीजिए कि किस तरह से उत्तराखण्ड में आय के स्रोत बढ़ाए जा सकते हैं। आपने प्रदेश का सर्वोच्च प्रशासनिक पद ईमानदार और सख्त अफसर राधा रतूड़ी को सौंपा है। जो कि सराहनीय कार्य है।
आदरणीय, Dr कमलानंद जी द्वारा सुंदर सुझाव CM को खुले पत्र के माध्यम से दिए गए हैं।
इस पत्र को online publish करने हेतु हिमशिखर ख़बर के संपादक मंडल का धन्यवाद।
Dinesh C Semwal
Uttarakhand Himalaya