भोलेनाथ! लड़ने वालों को शांति की प्रेरणा दें, पूरी मानवता की रक्षा करें

हिमशिखर धर्म डेस्क

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जब बड़े लोग लड़ते हैं तो छोटे या तो सहम जाते हैं, दर्शक बन जाते हैं या भाग जाते हैं। युद्ध तो होता ही विनाशकारी है। श्रीकृष्ण ने कहा भी था- यह अंतिम विकल्प होना चाहिए। आज दुनिया फिर युद्ध और विनाश के मुहाने खड़ी दिख रही है। शंकरजी कल्याण के देवता हैं। एक बार ब्रह्मा ने विष्णुजी पर पद प्रहार किया था। दोनों के बीच इतना भीषण युद्ध हुआ कि पूरा ब्रह्मांड हिल गया।

तब अग्नि स्तंभ बनकर शिव बीच में आए और दोनों को रोका। आज महाशिवरात्रि है और पूरे देश में भगवान भोलेनाथ को मनाने के लिए पूजा-आराधना की जा रही है। शिव पुराण की यह कहानी इस बार हमारी प्रेरणा होना चाहिए। आज महाशिवरात्रि पर उपवास करें, मंदिर जाएं, भजन गाएं, लेकिन भगवान शंकर से यह भी विनती करें कि महाशक्तियां टकराएं नहीं, बल्कि एक होकर विश्व की सर्वशक्ति बनें।

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तो शिवरात्रि की पूजा-आराधना के बीच अपनी प्रार्थना में परमशक्ति से निवेदन करें कि लड़ने वालों को शांति की प्रेरणा दें, पूरी मानवता की रक्षा करें।

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