हिमशिखर इंटरनेशनल डेस्क
ब्रिटेन में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth) का स्कॉटलैंड के बालमोरल कैसल में निधन हो गया। वह 96 वर्ष की थींं। महारानी ने 70 साल तक शासन किया।
मेडिकल सुपरविजन में थीं महारानी
गुरुवार दोपहर को महारानी एलिजाबेथ की तबीयत नाजुक होने की खबर सामने आई थी। इसके बाद वे डॉक्टर्स की देखरेख में थीं। बीमारी की वजह से महारानी बाल्मोरल महल में रह रही थीं। वे सभी आधिकारिक काम इसी पैलेस से कर रही थीं। ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने 6 सितंबर को यहीं आकर उनसे मुलाकात की और यहीं शपथ ली थी।
शाही परिवार ने बताया था कि महारानी Episodic Mobility की दिक्कत से जूझ रही थीं। इस बीमारी में मरीज को खड़े होने और चलने में परेशानी होती है। उन्हें 19 फरवरी 2022 को कोरोना भी हुआ था।
शाही परिवार अब आधिकारिक रूप से शोक में होगा। सभी अधिकारिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। शाही महलों और घरों पर यूनियन जैक आधा झुका दिया गया है। इसके अलावा ब्रिटेन की सभी बाहरी पोस्टों और सैन्य ठिकानों पर भी झंडा झुका रहेगा।
बकिंघम पैलेस की गार्ड चेंजिंग सेरेमनी रद्द
लंदन के बकिंघम पैलेस में होने वाली गार्ड चेंजिंग सेरेमनी को रद्द कर दिया गया है। सेरेमनी के दौरान जहां पर यात्री जुटते हैं, ठीक उसी जगह पर एक बोर्ड लगा दिया गया है। इससे पहले महारानी की प्रीवी काउंसिल यानी गुप्त जानकारी से संबंधित मंत्री परिषद की वर्चुअल मीटिंग भी रद्द कर दी गई थी।
बदल जाएंगे शाही प्रतीक
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के रिकॉर्ड-तोड़ शासन के बाद अब ब्रिटेन में शाही प्रतीकों से रानी का नाम और चेहरा हटाने में काफी समय लगेगा। कई ऐसे शाही प्रतीक हैं, जिन्हें अब बदलने की जरूरत पड़ेगी। जिन नोटों और सिक्कों पर रानी का चेहरा है, उन्हें भी अब हटाया जाएगा। इनमें अब नए सम्राट की तस्वीर लगाई जाएगी, जिसमें कम से कम 2 साल का समय लग सकता है।