हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार सुबह 11 बजे अपना 5वां और देश का 75वां बजट पेश करेंगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बजट को औपचारिक मंजूरी दे दी है। कैबिनेट की बैठक थोड़ी देर में शुरू होने वाली है। वित्त मंत्री कैबिनेट मीटिंग में शामिल होने के लिए संसद भवन पहुंच चुकी हैं। थोड़ी देर में बजट को केंद्रीय मंत्रिमंडल से भी मंजूरी मिल जाएगी। कैबिनेट मीटिंग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह समेत मोदी कैबिनेट के अन्य सदस्य संसद पहुंच गए हैं। नियम के अनुसार केंद्रीय बजट को राष्ट्रपति से अनुमोदन मिलने के बाद इस पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी लेनी होती है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के आखिरी पूर्ण बजट को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मंजूरी मिल गई है और अब इसे केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी दिलाई जाएगी। सबकी निगाहें उस वक्त पर हैं जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में बजट भाषण पढ़ना शुरू करेंगी। अगले वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी सरकार 2.0 का यह आखिरी पूर्ण बजट होगा, इसलिए इस बार के बजट से बहुत उम्मीदें हैं। शेयर बाजार ने भी बढ़त के साथ बजट से काफी उम्मीदें जता दी हैं। आम चुनाव से पहले के आम बजट से नौकरी पेशा वर्ग को टैक्स स्लैब में बदलाव से लेकर निवेश पर टैक्स छूट तक राहत मिलने की उम्मीद है। इस बार का बजट किन उम्मीदों पर खरा उतरता है और कैसे भारत के भविष्य का खाका खींचता है, यह वित्त मंत्री के बजट भाषण से बखूबी पता चल जाएगा।
आम बजट से पहले देश की संसद में मंगलवार को आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया गया। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जो आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया, उसके मुताबिक 2023-24 में विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। इसमें कहा गया है कि मजबूत वैश्विक विपरीत परिस्थितियों और कड़ी घरेलू मौद्रिक नीति के बावजूद यदि आधार प्रभाव के लाभ के बिना भारत के अभी भी 6.5 और 7.0 प्रतिशत के बीच बढ़ने की उम्मीद है तो यह भारत की अंतर्निहित आर्थिक मजबूती का प्रतीक है। आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 ने अर्थव्यवस्था के विकास चालकों को फिर से भरने, नवीनीकृत करने और फिर से सक्रिय करने की अपनी क्षमता के बारे में बताया है।