नई दिल्ली
देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत पत्नी मधुलिका समेत हमसे विदा हो गए। दोनों बेटियों कीर्तिका और तारिणी ने एक साथ उन्हें मुखाग्नि दी। तीनों सेनाओं के संयुक्त दस्ते ने 17 तोपों की सलामी देकर अपने चीफ को आखिरी विदाई दी।
जनरल रावत की अंतिम यात्रा भावुक कर देने वाली रही। सेना के किसी सर्वोच्च अफसर की अंतिम यात्रा में शायद ही कभी ऐसी भीड़ उमड़ी हो। पूरे रास्ते पर लोगों ने फूल बरसाए और शव वाहन के साथ-साथ तिरंगा लेकर दौड़े। नारे लगाते रहे- जनरल बिपिन रावत अमर रहें। अंतिम संस्कार के दौरान भी आर्मी कैंट भारत माता की जय के नारों से गूंजता रहा।