हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई टिहरी: कहते हैं कि अपने लिए जिए तो क्या जिए? मजा तो यह है दूसरों के लिए जिया जाए। कोई यह कहे कि अगर कोई बेजुबानों की मदद कर रहा है तो इसे क्या कहेंगे? मेरा मानना है कि इसी का नाम आदर्श जीवन है। जीवन में अच्छे काम करने की नसीहत देेना और उस पर अमल करना अलग-अलग बातें हैं लेकिन चंबा थाना के उपनिरीक्षक जोगेंद्र यादव अपनी ड्यूटी के साथ ही बेसहारा गोवंश की भी मदद कर असल जिंंदगी में मानवता का फर्ज निभा रहे हैं।
टिहरी जनपद के मुख्य केंद्र बिंदु नगर पालिका चंबा में गौशाला न होने के कारण बेसहारा गोवंश सड़कों के ईर्द-गिर्द विचरण करने को मजबूर हैं। जिस कारण सड़क पर गोवंश जाम का पर्याय बनने के साथ ही दुर्घटनाओं में भी चोटिल हो जाते हैं। साथ ही चारा-पानी की कोई सुविधा न होेने के कारण निराश्रित गोवंश सड़कों पर सड़ा-गला कूड़ा करकट खाने को विवश हैं। ऐसे में थाना के उपनिरीक्षक जोगेंद्र यादव आपरेशन कामधेनु अभियान के अंतर्गत बेसहारा गोवंश को गौशाला तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। गुरुवार को सड़कों पर घूम रहे 9 बेसहारा गोवंश को पुलिस टीम ने ट्रक के माध्यम से चिड़बेली गौशाला, देहादून भेजा। इससे पहले भी गत सप्ताह पुलिस टीम ने 15 बेसहारा गोवंश को गौशाला भेजा गया।
बता दें, कि उपनिरीक्षक जोगेंद्र यादव इससे पहले धनोल्टी चौकी इंचार्ज रहते भी गोवंश की मदद को आगे आए थे। तब धनोल्टी में ठंड के दिनों में भी बेसहारा गोवंश को खुले आसमान के नीचे रहना पड़ता था। यह देखते हुए जोगेंद्र यादव ने करीब 35 गोवंश को देहरादून गौशाला भिजवाया था।
उपनिरीक्षक जोगेंद्र यादव ने बताया कि आपरेशन कामधेनु के तहत नगर पालिका और स्थानीय लोगों के सहयोग से 24 गोवंश को देहरादून गौशाला भेजा जा चुका है। उन्होंने लोगों से गोवंश को सड़कों पर बेसहारा न छोड़ने की अपील की।