हिमशिखर खबर ब्यूरो
देहरादून: केदारनाथ से भाजपा विधायक शैलारानी रावत का मंगलवार रात निधन हो गया। वह 68 वर्ष की थीं और लंबे समय से अस्वस्थ थीं। उन्होंने देहरादून के मैक्स अस्पताल में रात 10 बजकर 35 मिनट पर अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शैलारानी रावत के निधन पर दुख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बलबीर रोड स्थित भाजपा कार्यालय में केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने विधायक शैलारानी रावत के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि उनका निधन पूरे प्रदेश एवं पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। वे अपनी विधानसभा की जनसमस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहती थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शैलारानी रावत केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा समर्पित भाव से कार्य करती थीं और जनता की समस्याओं को सरकार एवं शासन स्तर पर प्राथमिकता से रख कर उनका समाधान करवाती थीं। उन्होंने हमेशा समाज के अंतिम छोर में खड़े लोगों की आवाज को उठाने और समाधान की ओर ले जाने का कार्य किया। उनका सरल, सहज एवं मृदुभाषी व्यक्तित्व था। मुख्यमंत्री ने दिवंगत की आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने एवं शोक संतप्त परिजनों और शुभचिंतकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। उन्होंने कहा कि शैलारानी रावत की कर्तव्यनिष्ठा और जनसेवा के प्रति समर्पण भाव को सदैव याद रखा जाएगा।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, रेखा आर्या, सौरभ बहुगुणा, सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत, विधायक उमेश शर्मा काऊ, खजानदास, रेनू बिष्ट, सुरेश सिंह चौहान एवं अन्य ने शैलारानी रावत को श्रद्धांजलि दी।
इधर, टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि विधायक शैला रानी रावत के निधन से उत्तराखंड ने एक जुझारू व्यक्तित्व के धनी नेतृत्व को खो दिया है। टिहरी की यशस्वी बेटी का निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति है। लगभग तीन दशक तक उनके साथ कार्य करने का संयोग रहा। उनके सामाजिक और राजनैतिक अनुभव का विस्तार पंचायतों से लेकर विधान सभा के हर विषय तक था। नारी शक्ति के लिये वे प्रेरणा की स्रोत थीं।