कोरोना का खतरा: केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बोले, “सतर्क रहना और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना तथा असत्यापित जानकारी फैलाने से बचना महत्वपूर्ण है”

हिमशिखर खबर ब्यूरो

Uttarakhand

नई दिल्ली: केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री डा. मनसुख मांडविया ने आज कहा, ‘‘हांलाकि सतर्क रहना और मास्क पहनने सहित कोविड से संबंधित उचित व्यवहार का पालन करना महत्वपूर्ण है, वहीं अविश्‍वसनीय जानकारी को फैलने से रोकना और कोविड-19 पर केवल प्रामाणिक और सत्यापित जानकारी साझा करना उतना ही महत्वपूर्ण है। केन्‍द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कोविड की रोकथाम और प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी साझा कर रहा है। मैं सभी से केवल सत्यापित जानकारी तक पहुंचने और साझा करने और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह करता हूं।” डा. मांडविया ने देश भर के करीब 100 डॉक्‍टरों और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के सदस्यों से वर्चुअली बातचीत करते हुए यह बात कही।

डॉ मांडविया ने डॉक्टरों और आईएमए के सदस्यों से कोविड 19 के बारे में प्रामाणिक जानकारी का प्रसार जारी रखने का आग्रह किया। “आप कोविड 19 के खिलाफ देश की लड़ाई के दौरान हमारे राजदूत रहे हैं। मैं आपके योगदान को महत्व देता हूं और स्वास्थ्य सेवा से जुड़े पेशेवरों की निस्वार्थ समर्पण और सेवा को सलाम करता हूं। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप कोविड19 बीमारी के विभिन्न पहलुओं और इसकी रोकथाम एवं प्रबंधन के बारे में जनता को शिक्षित करके अविश्‍वसनीय जानकारी को फैलने से रोकने के लिए हमारे सहयोगी और राजदूत बनें।” उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि डॉक्टर इस लड़ाई में समर्पित रूप से काम करना जारी रखेंगे, जैसा कि वे अब तक करते आ रहे हैं।

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डॉ. मांडविया ने प्रतिभागियों से अटकलें लगाने से बचने और जनता के साथ केवल सही और सटीक जानकारी साझा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि “हमारे नागरिक सलाह के लिए हमारे कोविड योद्धाओं की ओर देखते हैं और हाल ही में वैश्विक स्तर पर कोविड-19 मामलों में वृद्धि के कारण, यह हमारे विशेषज्ञों की जिम्मेदारी बन जाती है कि वे सही जानकारी साझा करें ताकि अफवाहों, गलतफहमियों और बदले में डर को रोका जा सके।” उन्होंने नागरिकों को कोविड-19 डेटा, टीकाकरण कार्यक्रम और सरकार के प्रयासों की वर्तमान स्थिति के बारे में जागरूक करके थोड़ी सी भी दहशत को कम करने पर जोर दिया। उन्‍होंने संतोष के खिलाफ आगाह किया। उन्होंने ‘टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन’ का पालन करने और संवेदनशील समूहों के लिए एहतियाती खुराक लेने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा, “केवल इसी तरह से निरंतर सामूहिक प्रयासों से हम अब तक प्राप्त उपलब्धियों को संरक्षित रखने में सक्षम होंगे”।

कल प्रस्तावित मॉक ड्रिल के बारे में जानकारी देते हुए, डॉ. मांडविया ने जोर देकर कहा कि “इस महामारी के प्रबंधन के अपने पिछले अनुभव के आधार पर, हम अनेक कार्य कर रहे हैं, ऐसा ही एक मॉक ड्रिल है जो कल देश भर में होगा। इस तरह के कार्य हमारी संचालन तत्परता, यदि कोई कमी है तो उसे भरने और इसके परिणामस्वरूप हमारी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया को मजबूत बनाने में मदद करेंगे।”

कोविड-19 के बाद से ही इसके खिलाफ हमारी लड़ाई में सबसे आगे रहे डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में समय पर हुई बैठकों की सराहना की और कोविड-19 के खिलाफ सामूहिक लड़ाई में योगदान देने पर सहमति व्यक्त की। माननीय प्रधानमंत्री के संदेश को आगे ले जाते हुए, डॉ. मांडविया ने पिछले कुछ दिनों में कई बैठकों की अध्यक्षता की है, जिनका उद्देश्य सभी हितधारकों से सुझावों और विचारों पर विचार-विमर्श के लिए एक मंच प्रदान करना है।

बैठक में एएस लव अग्रवाल,  डीजीएचएस डॉ. अतुल गोयल, आईएमए सदस्य और प्रतिष्ठित डॉक्टर और विशेषज्ञ उपस्थित थे।

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