देहरादून।
‘कदम-कदम बढ़ाए जा, खुशी के गीत गाए जा, ये जिंदगी है कौम की, तू कौम पे लुटाए जा।’ आत्मविश्वास से लबरेज 377 जेंटलमैन कैडेट्स ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे, तो लगा कि विशाल सागर उमड़ आया है। एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने दर्शक दीर्घा में बैठे हरेक शख्स के भीतर ऊर्जा का संचार कर रहे थे।
शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में अंतिम पग भरते ही 288 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही 10 मित्र देशों के 89 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में भव्य पासिंग आउट परेड आयोजित की गई। सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ ले. जनरल अमरदीप सिंह भिंडर बतौर रिव्यूइंग आफिसर परेड में पहुंंचे।
शनिवार सुबह 6 बजकर 40 मिनट पर मार्कर्स काल के साथ परेड शुरू हुई। परेड के बाद आयोजित होने वाली पीपिंग व ओथ सेरेमनी के बाद पासिंग आउट बैच के 377 जेंटलमैन कैडेट्स बतौर लेफ्टिनेंट देश-विदेश की सेना की मुख्यधारा में शामिल हुए। इनमें 288 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय थलसेना को मिले। 89 युवा सैन्य अधिकारी आठ मित्र देशों अफगानिस्तान, भूटान, किर्गिस्तान, मालद्वीव, नेपाल, श्रीलंका, तजाकिस्तान व तंजानिया की सेना के अभिन्न अंग बने।