हिमशिखर खबर ब्यूरो
उत्तरकाशी: हिमालय की ऊंची चोटियों पर स्थित विश्वप्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट छह महीने के अंतराल के बाद अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर ग्रीष्मकाल के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। इसके साथ ही चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो गया। गंगोत्री के कपाट 12:35 मिनट पर जबकि यमुनोत्री के कपाट 12:41 मिनट पर खुले। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी इस मौके पर धाम पहुंचे और गंगा पूजन किया। पूजा-अर्चना के बाद विधिवत रूप से सीएम की मौजूद में गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए। श्रद्धालुओं पर हैलीकॉप्टर के माध्यम से पुष्प वर्षा की गई। इस बार प्रकृति ने दोनों धामों का बर्फ से श्रृंगार किया हुआ है। अप्रैल माह में यमुनोत्री और गंगोत्री धामों के बर्फ से लकदक होने से तीर्थयात्रियों का आनंद कई गुना बढ़ गया है।
गंगोत्री धाम के कपाट आज अक्षय तृतीया के अवसर पर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर खुले। शुक्रवार 21 अप्रैल को मां गंगा की भोग मूर्ति डोली अपने शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा से गंगोत्री के लिए रवाना हुई थी। बैंड बाजों की धुन के साथ श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद मां यमुना के धाम यमुनोत्री मंदिर के कपाट खोल दिए गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कपाट खुलने से पूर्व खरसाली, यमुनोत्री में पूजा-अर्चना की। उसके बाद मां यमुना जी की उत्सव डोली को शनि देव की अगुवाई में खरसाली से यमुनोत्री धाम के लिए रवाना किया गया।दोनों धामों में आज पहली पूजा पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से की गई।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा की आज मां यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो चुका है। उन्होंने देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं का देवभूमि उत्तराखण्ड में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भगवान बदरी विशाल, बाबा केदार, मां यमुनोत्री एवं गंगोत्री की कृपा सभी पर बनी रहे। चार धाम यात्रा के दृष्टिगत सभी तैयारियां की गई है। सुरक्षित एवं सुगम यात्रा के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। राज्य में श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस अवसर पर गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल, दीपक सेमवाल, विधायक सुरेश चौहान, जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला, एसपी अपर्ण यदुवंशी, जिलाध्यक्ष बीजेपी सतेंद्र सिंह राणा सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी, श्रद्धालु एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
उत्तराखंड के चारधाम और उनका महत्व
देवभूमि उत्तराखंड में हर साल गर्मियों के महीनों में चार धाम यात्रा का आयोजन होता है। इन चारों स्थलों को काफी पवित्र माना जाता है। जीवनदायिनी गंगा नदी का उद्गम स्थल गंगोत्री और यमुना नदी का उद्गम स्थल यमुनोत्री दोनों उत्तरकाशी जिले में हैं। भगवान शिव का पवित्र धाम केदारनाथ रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। वहीं बद्री विशाल (भगवान विष्णु) का पवित्र स्थल बद्रीनाथ धाम चमोली जिले में स्थित है।