हिमशिखर खबर ब्यूरो
देहरादून: उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति एवं परम्परा में पहाड़ी व्यंजन (मोटे अनाजों) अपना अलग एक विशेष स्थान रखते है । इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के रूप में मनाये जाने के उपलक्ष्य में उत्तराखण्ड की संस्कृति व पहाड़ी व्यंजनों (मोटे अनाज) का अलग पहचान दिलाये जाने हेतु गढ़भोज अभियान के प्रेणता द्वारिका प्रसाद सेमवाल के सहयोग से किशनपुर स्थित 40 BN पीएसी मैस में पहाड़ी व्यंजन (मोटे अनाज) बनाये गये। जिसमें अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा किशनपुर स्थित 40 पीएसी की कम्पनी के मैस का निरीक्षण कर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ पहाड़ी व्यंजनों का आनन्द लिया गया एवं पहाड़ी व्यजनों (मोटे अनाजों) को स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद बताते हुए इसे भोजन में शामिल करने हेतु बताया गया ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मोटे अनाज के पैदावार व खपत प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से श्री अन्न योजना का शुभारंभ किया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड द्वारा भी मोटे अनाज को भोजन में शामिल करने की ओर जोर दिया जा रहा है चूंकि संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है इसका उद्देश्य मोटे अनाज को अपनी डाइट में जोड़कर सेहत को बेहतर बनाना है ।
अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड की पहल पर उत्तराखण्ड पुलिस में विगत 02 वर्ष पूर्व से ही सभी जनपदों व शाखाओं में जवानों की सेहत को ध्यान में रखते हुए मैस में हर दिन एक समय पहाड़ी व्यंजन (मोटे अनाज) जैसे- मंडुआ, झंगोरा, ज्वार और बाजरा के व्यंजन बनाने के निर्देश दिये गये हैं।