खिलाड़ियों को क्रिकेट मैदार पर आपने कई बार देखा होगा। लेकिन, देहरादून में हो रही क्रिकेट प्रतियोगिता अलग है। दिव्यांग समाज को संदेश दे रहे हैं कि हौसले अगर बुलंद हों तो सब कुछ किया जा सकता है।
देहरादून।
हौसला बुलंद हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है उत्तराखंड और दिल्ली के दिव्यांग क्रिकेटरों ने जिन्होंने सामान्य व्हीलचेयर पर दिव्यांग क्रिकेट प्रतियोगिता में खूब चौके लगाए। इस प्रतियोगिता में दिव्यांग खिलाड़ी व्हीलचेयर पर बैठकर खेले। मैच में चौके और छक्के लगे, साथ ही दिव्यांग जन बेहद उत्साहित नजर आए।
यूनाईटेड दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखंड की ओर से दून क्रिकेट अकादमी कुअंवाला में पहली बार आयोजित व्हील चेयर दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट के दूसरे दिन प्रतियोगिता का शुभारंभ काबीना मंत्री चंदन राम दास ने किया। उन्होंने आयोजन समिति को बधाई देते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
प्रतियोगिता में उत्तराखंड, दिल्ली के बीच पहला मैच खेला गया। दिल्ली ने टॉस जीतकर निर्धारित बीस ओवर में 61 रन बनाए। दिल्ली के तेजपाल ने 31 रन बनाए। विकास लांबा ने 13 रन देकर 4 विकेट लिए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी उत्तराखंड ने तीन विकेट खोकर नौ ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर सात विकेट से मैच जीत लिया। धनवीर ने 24 रन बनाए।
यूनाईटेड दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन के संरक्षक विजय रमोला ने बताया कि पहली बार इस तरह की क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। जिसमें उत्तराखण्ड और दिल्ली के दिव्यांग खिलाड़ियों ने दो टीम के रूप में हिस्सा लिया है। कहा कि अवसर मिलने पर दिव्यांग किसी सहारे का मोहताज नहीं है। क्रिकेट प्रतियोगिता की पहल की गई है। इस तरह से खेल में रूचि रखने वाले खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। साथ ही राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में वे शामिल हो सकेंगे।
मौके पर अध्यक्ष गणेश शाह, सचिव उपेन्द्र पंवार, संरक्षक विजय रमोला, सुलोचना भट्ट, प्रदीप कुकरेती, राधा तिवाड़ी, दीपा पंवार, बलवंत सिंह पंवार, विक्की गैरोला, सुशील पंवार, संगीता पंवार, तरन्नुम खान आदि मौजूद थे।