आज 20 जून का पंचांग: गुणग्राही बनें

पंडित उदय शंकर भट्ट

Uttarakhand

आज आपका दिन मंगलमयी है, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज आषाढ़ मास की 6 गते है।

आज का पंचांग

बृहस्पतिवार, जून 20, 2024
सूर्योदय: 05:24 ए एम
सूर्यास्त: 07:22 पी एम
तिथि: त्रयोदशी – 07:49 ए एम तक
नक्षत्र: अनुराधा – 06:10 पी एम तक
योग: साध्य – 08:13 पी एम तक
करण: तैतिल – 07:49 ए एम तक
द्वितीय करण: गर – 07:45 पी एम तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: गुरुवार
अमान्त महीना: ज्येष्ठ
पूर्णिमान्त महीना: ज्येष्ठ
चन्द्र राशि: वृश्चिक
सूर्य राशि: मिथुन

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत (1 दिन बाद)
वट पूर्णिमा व्रत (1  बाद)
साल का सबसे बड़ा दिन (1 दिन)
अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस (1 दिन)
ज्येष्ठ पूर्णिमा (2 दिन)
इष्टि (2 दिन)
कबीरदास जयन्ती (2 दिन)
कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी (5 दिन)
कालाष्टमी (8 दिन)
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी (8 दिन)
योगिनी एकादशी (12 दिन)
मासिक कार्तिगाई (12 दिन)
योगिनी एकादशी पारण (13 दिन)
प्रदोष व्रत (13 दिन)
रोहिणी व्रत (13 दिन)
मासिक शिवरात्रि (14 दिन)
आषाढ़ अमावस्या (15 दिन)

आज का विचार

जैसे तन की स्वच्छता के लिए स्नान जरूरी है, वैसे ही मन की स्वच्छता के लिए साधना जरूरी है। जो व्यक्ति दूसरों को रुलाते हैं एक दिन उन्हें खुद ही रोना पड़ता है.

 आज का भगवद् चिन्तन

गुणग्राही बनें

अच्छी बातें कहीं से भी मिले उसे जीवन में अवश्य धारण करना चाहिए।अच्छे गुण शत्रु में भी दिखते हों तो उनको सराहने का साहस भी अवश्य होना चाहिए।प्रशंसा सुनना जितना आसान होता है, प्रशंसा को पचा पाना उतना ही कठिन हो जाता है। स्वयं की ज्यादा प्रशंसा सुनने से व्यक्ति के भीतर अहम जन्म लेता है तो अधिक सम्मान की प्राप्ति भी जीवन उत्थान के मार्ग में सदैव बाधक होती है।

दूसरों की प्रशंसा करना स्वयं के अहम का नाश करते हुए आपको सहज ही दूसरों के प्रेम और सम्मान का अधिकारी बना देती है।राजा वलि की प्रशंसा करके ही भगवान वामन ने तीन लोक सहज में प्राप्त कर लिए थे। दूसरों के अच्छे गुणों की प्रशंसा करना एवं उन अच्छे गुणों को अपने जीवन में धारण करने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना ही जीवन उन्नति का मार्ग है।

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