पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी है, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज आषाढ़ मास की 11 गते है।
आज का पंचांग
मंगलवार, जून 25, 2024
सूर्योदय: 05:25 ए एम
सूर्यास्त: 07:23 पी एम
तिथि: चतुर्थी – 11:10 पी एम तक
नक्षत्र: श्रवण – 02:32 पी एम तक
योग: वैधृति – 09:06 ए एम तक
करण: बव – 12:17 पी एम तक
द्वितीय करण: बालव – 11:10 पी एम तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: मंगलवार
अमान्त महीना: ज्येष्ठ
पूर्णिमान्त महीना: आषाढ़
चन्द्र राशि: मकर – 01:49 ए एम, जून 26 तक
सूर्य राशि: मिथुन
संवाद शोभनीय होना चाहिए
श्रीराम हमेशा इस बात को लेकर सजग रहते थे कि किसी के साथ वार्तालाप करते समय शब्द कितने मीठे हों, प्रभावशाली रहें। हनुमान जी से जब उनकी पहली भेंट हुई थी तो राम उनके शब्दों का प्रस्तुतिकरण सुनकर सबसे अधिक प्रभावित हुए थे। जब राम राज्य में एक वाटिका में राम अपने भाइयों के साथ बैठे थे और सनकादि ऋषि उनसे मिलने आए तो मुनियों को सम्मान देने के लिए श्रीराम ने उनका हाथ पकड़ा और बैठाया।
तुलसी लिखते हैं, ‘कर गहि प्रभु मुनिबर बैठारे। परम मनोहर बचन उचारे’। ‘प्रभु ने हाथ पकड़कर श्रेष्ठ मुनियों को बैठाया और परम मनोहर वचन कहे’। मनोहर यानी सुंदर, मनोहारी, अभिराम, कांत, काम्य। राम जानते थे कि अगर पूरा संवाद बोलें तो वो शोभनीय होना चाहिए।
उसके पीछे का अर्थ सरस हो, बोलने वाले की मुद्रा सौम्य रहे, हर पंक्ति का लावण्य महकता हुआ हो। इस समय चूंकि भाषा के सारे अर्थ बदल गए, मोबाइल ने तो शब्दों को बहुत संकुचित कर दिया। इसलिए अगर अपने बच्चों को मीठा बोलना सिखाना चाहते हैं, तो उन्हें दर्पण में देखकर बोलने का अभ्यास कराएं। उनका शर्मीलापन जाएगा, संकोच मिट जाएगा, और खुद को देखकर बोलने में एक मर्यादा, एक मधुरता आती है।