उत्तरकाशी
द्रौपदी का डांडा (डीकेडी) चोटी पर हुए हिमस्खलन (एवलांच) में फंसे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्रशिक्षु पर्वतारोही दल के सदस्यों के बचाव के लिए आज शनिवार को भी खोज अभियान चलाया गया। रेस्क्यू टीम ने आज 1 प्रशिक्षु पर्वतारोही का शव बरामद कर लिया है। अभी तक 27 शव बरामद हो चुके हैं। 2 पर्वतारोही अभी लापता हैं।
उत्तरकाशी जनपद में बीती चार अक्टूबर मंगलवार को द्रौपदी का डांडा (डीकेडी) चोटी के आरोहण के दौरान नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) का दल एवलांच की चपेट में आ गया था। इसमें मृतकों की संख्या 27 हो गई है। दो अभी लापता हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
बर्फबारी बन रही रेस्क्यू में बाधा
घटना स्थल बहुत अधिक ऊंचाई पर है। रेस्क्यू के लिए सुबह धूप आने तक का समय बेहतर रहता है। सूरज निकलने के बाद भी कोहरा रहता है। साथ ही यहां पर हर पल मौसम भी बदल रहा है। ऐसे में रेस्क्यू में परेशानी हो रही है।
एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और आईटीबीपी का रेस्क्यू जारी
आपको बता दें कि उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकले नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के दल में से 29 सदस्य मंगलवार को डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद लापता हो गए थे। घटना स्थल पर निम, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, हाई एल्टीट्यूट वार फेयर स्कूल गुलमर्ग (हॉज) के 14 व सेना के सदस्य रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए हैं।
आज सात शव को हेलीकॉप्टर से लाया मातली
आज सुबह द्रौपदी का डांडा बेस कैंप से 7 शवों को हेलीकाप्टर से मातली हेलीपैड लाया गया। इन शवों को पोस्टमार्टम के लिए उत्तरकाशी जिला अस्पताल उत्तरकाशी भिजवाया गया।