पूर्व सचिव भारत सरकार भाई कमलानंद ने उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। राज्य स्थापना दिवस पर जारी अपने संदेश में उनहोंने उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना के लिए अपना महान योगदान देने वाले अमर शहीदों एवं वीर आंदोलनकारियों को नमन किया है।
कहा है आज हमारा प्रदेश अपनी स्थापना की 24 वर्षों की यात्रा पूरी करते हुए 25वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। विकास और समृद्धि के सपनों के साथ राज्य के लोगों ने इन 24 वर्षों में नए उत्तराखण्ड को पुष्पित, पल्लवित और विकसित होते हुए देखा है। हमारा राज्य निरंतर प्रगति कर रहा है लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है इसके लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
कहा कि उत्तराखण्ड आर्थिक प्रगति की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ रहा है। विकास के कई सूचकांकों पर उत्तराखण्ड नियमित रूप से देश के अग्रणी राज्यों में शामिल रहा है। हमारी जिम्मेदारी है कि विकास का समान लाभ गरीबों, वंचितों, किसानों और उत्तराखण्ड के दूर-दराज के क्षेत्रों में रह रही माताओं, बहनों, युवाओं, किसानों, उद्यमियों तक पहुँचे जिससे वे समाज की मुख्यधारा से जुड सकें।
उन्होंने कहा कि गांवों में सड़क, बिजली, पानी, रसोई गैस, स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्तीय समावेश, सामाजिक सुरक्षा से जुड़े हर एक क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव आ रहा है। कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। महिलाएं हमारे परिवार की सबसे सशक्त सदस्य हैं। आज भी राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में महिलाएं ही आर्थिक व सामाजिक सरंचना की रीढ़ हैं। महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार हमारी प्राथमिकता होनी चाहिये। राज्य में महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। उनके द्वारा बनाए जाने वाले उत्पाद विश्वस्तरीय हैं उन्हें पैकेजिंग और ब्रांडिंग में सहयोग किए जाने की आवश्यकता है। राज्य में स्थानीय उत्पादों पर आधारित महिला उद्यमों को प्रोत्साहन से महिला सशक्तिकरण एवं स्थानीय उत्पादों के संरक्षण का दोहरा लक्ष्य प्राप्त होगा।
कहा कि आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित नए-नए समाधान, डिजिटल और साइबर तकनीकों को अपनाना बेहद जरूरी है। एआई और टेक्नोलॉजी के माध्यम से कार्यों को बेहद सुगमता से किया जा सकेगा वहीं यह पारदर्शिता व जवाबदेही के लिए भी आवश्यक हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि नई तकनीकों को अपनाने से शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, अवस्थापना आदि क्षेत्रों में परिवर्तन की क्रांति आना निश्चित है।
उन्होंने कहा कि राज्य के विकास एवं प्रगति में सरकार के साथ ही सामाजिक संगठनों, गैर सरकारी संगठनों, समाज सेवकों एवं व्यक्तिगत प्रयास भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि हम जहां भी हैं, हमारे जो भी कर्तव्य व दायित्व हैं, उनका पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करें। राज्य के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें और उनका पालन करें।