सोशल मीडिया ने लोगों की जिंदगियों की जितना आसान बनाया है, उतना ही मुश्किल भी कर दिया है। आज के जमाने में जो सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करता, उसे दुनिया में चल रही कई घटनाओं की जानकारी नहीं होती। इसमें कोई शक नहीं कि सोशल मीडिया ने लोगों को लोगों से जोड़ने का काम किया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका ज्यादा इस्तेमाल आपके हेल्थ को नुकसान पहुंचाता है। सोशल मीडिया की लत से आप तनाव, चिंता और डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं।
हिमशिखर खबर ब्यूरो
आपने सुना हो या नहीं, लेकिन ऐसा होता है कि कठपुतली को नचाने वाली अंगुलियां और हाथ कुछ समय बाद कठपुतली के हाथों ही थिरकने लगते हैं। यानी जो कठपुतली को नचा रहा था, कठपुतली उसको नचाने लगती है। इस कठपुतली का नाम आज के वक्त में सोशल मीडिया है।
जब आप इस पर अंगुली चलाना शुरू करते हैं तो लगता है कि आप चला रहे हैं, थोड़ी देर बाद सोशल मीडिया आपको नियंत्रण में ले लेता है। ये भी एक तरह का संसार है।
पिछले 20 सालों में एक नई तरह की लत उबरकर आई है। यह लत शराब या तंबाकू की तरह शारीरिक नुकसान तो नहीं पहुंचाती, लेकिन हमारी भावनाओं, व्यवहार और संबंधों पर लंबे समय तक बने रहने वाला नकारात्मक असर डाल सकती है। यह लत है- सोशल मीडिया की लत। अगर आप सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताते हैं, तो थोड़ा सतर्क होने की जरूरत है।
सोशल मीडिया की लत
किसी भी चीज का अत्यधिक इस्तेमाल करने से उसकी लत लगने लगती है। सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर भी यह बात पूरी तरह से लागू होती है। यह एक ऐसा माध्यम है, जिसमें लोगों की जिज्ञासा ‘आगे क्या…’ में रहती है, नतीजन लोग लंबे समय इस पर बने रहते हैं। धीरे-धीरे उन्हें इसकी लत लग जाती है जो बाद में गंभीर रूप ले सकती है।
सोशल मीडिया का असर : अपनों से कर सकता है दूर
हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, इसी तरह हर चीज की अच्छा और बुरा होता है। ये हम पर निर्भर करता है कि हम लोग क्या स्वीकार करना चाहते हैं। सोशल मीडिया का असर सकारात्मक भी होता है और नकारात्मक भी। अपने देश या अपनी फैमिली से दूर रह रहे लोगों को सोशल मीडिया अपनेपन का एहसास कराता है, वहीं फैमिली के साथ रहने वाले लोगों को परिवार से दूर भी कर सकता है। आपने एक ही घर में रहने वाले पांच लोगों को एक ही जगह में अपने मोबाइल से चिपके हुए देखा होगा। भले ही हम टेक्नोलॉजी के युग में जी रहे हो, लेकिन किसी भी चीज की अति बुरी ही होती है। सोशल मीडिया के साथ भी ठीक ऐसा ही। कई बार सोशल मीडिया का अत्यधिक इस्तेमाल व्यक्ति के अकेलापन का कारण बन सकता है।