पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज भाद्रपद की 12 गते है।
आज का विचार
किसी से ईर्ष्या करके मनुष्य उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता परन्तु अपनी नींद और सुख चैन अवश्य खो देता है।
आज का भगवद् चिन्तन
नंदोत्सव की मंगल बधाई
इस माँ भारती की कोख से यूँ तो अनेक अवतारों एवं महापुरुषों का अवतरण हुआ पर भगवान श्रीकृष्ण जैसा विराट व्यक्तित्व कोई अन्य नहीं हुआ है। बंधन में पैदा हुए पर बंधनों को स्वीकार नहीं किया और मुक्त होकर जिये। जीवन जैसा था वैसा ही स्वीकार किया, किसी के प्रति कोई पूर्वाग्रह नहीं और कोई अस्वीकारोक्ति भी नहीं। जैसी भी परिस्थिति हो, मुस्कुराओ और पूरे मनोयोग से उसका सामना करो ये सीख श्रीकृष्ण के जीवन से सीखनी चाहिए।
लीला पुरुषोत्तम भगवान श्रीकृष्ण जैसा पंडित, ज्ञानी, गायक, संगीतकार, योद्धा, योगी, राजा, मित्र, प्रेमी, पुत्र कोई दूसरा नहीं हो पाया। जब तक गोकुल-वृंदावन में रहे, ग्वाल बाल बनकर रहे, आनंद व प्रसन्नता के साथ जिये और जब द्वारिकाधीश बनकर द्वारिका की सत्ता पर विराजमान हुए तो उसी आनंद-प्रसन्नता और सहजता के साथ जिये। विषाद से प्रसाद तक की यात्रा का संदेश भगवान श्रीकृष्ण का जीवन हम सबको प्रदान करता है।