कुंभ मेले का दूसरा शाही स्नान जारी है। सोमवती अमावस्या के पावन मौके पर अखाड़े के साधु-संतों ने अपने-अपने समय में अपार आस्था और उत्साह के साथ गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की वजह से कई जगहों पर कोरोना प्रोटोकाॅल नियम भी टूटते नजर आ रहे हैं।
हिम शिखर ब्यूरो।
हरिद्वार: हरिद्वार महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान हो रहा है। इस शाही स्नान में अखाड़ों के साधु-संत आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। शाही स्नान के लिए जाते साधु-संतों पर राज्य सरकार ने हैलीकाॅप्टर से पुष्प वर्षा करवाई।
कोेराना संक्रमण को देखते हुए इस बार कुंभ औपचारिक तौर पर 1 अप्रैल से शुरू हुआ। इससे पहले परंपरा के अनुसार महाशिवरात्रि पर्व पर सात सन्यासी अखाड़ों ने ही स्नान किया था। बता दें कि आज सोमवती अमावस्या के दिन कुंभ का दूसरा स्नान हो रहा है। इसके बाद अब कल 13 अप्रैल को नव संवत्सर पर भी श्रद्धालु स्नान करेंगे। फिर 14 अप्रैल को बैशाखी के मौके पर तीसरा शाही स्नान होगा। इस दौरान सभी अखाड़ों के साधु संत स्नान करते हैं।
सोमवार को सोमवती अमावस्या के मौके पर तमाम अखाड़ों ने अपने-अपने तय समय में विधि-विधान के साथ मां गंगा की पूजा-अर्चना के बाद आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान बड़ी संख्या में नागा संन्यासी भी मौजूद रहे। सभी संतों का उत्साह देखते ही बन रहा था। वहीं, स्नान से पहले भव्य यात्रा निकाल कर साधु-संत हर की पैड़ी पहुंचे। हालांकि, इस दौरान अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की कमी खली। गौरतलब है कि नरेंद्र गिरि की बीते रोज कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव आई थी। जिसके बाद उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया था।
नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र वीर विक्रम सिंह शाह देव ने किया शाही स्नान
नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र वीर विक्रम सिंह शाह देव ने भी सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान किया। वह शाही स्नान जुलूस में शामिल हुए। वह रथ पर सवार रहे और शाही स्नान किया।