नई दिल्ली
हरमिलाप मिशन, बहादुरगढ़, हरियाणा द्वारा संचालित होम्योपैथिक डिस्पेंसरी के वार्षिक उत्सव का आज समापन हुआ। 3 दिनों तक चला यह आयोजन प्रेम मंदिर, पानीपत की परमाध्यक्षा पूजनीया कान्ता महाराज जी की गौरवमयी उपस्थिति एवं अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
इस सम्मेलन में श्री अशोक जी भाटिया और काका हरिओम् जी ने मानस, गीता तथा स्वामी राम के विचारों को आधार बनाकर जीवन की विभिन्न समस्याओं का जहां व्यवहारिक समाधान सुझाया, वहीं सनातन धर्म के उन सिद्धांतों की भी चर्चा की, जिन्हें नकारने की दौड़ आज तथाकथित गुरुओं में लगी हुई है।
अपने अध्यक्षीय भाषण में पूज्या बहन कान्ता जी महाराज ने गुरुमुख होने की बात पर बल दिया। उनका कहना था कि इसके बिना जीवन में परम की उपलब्धि नहीं होती है।
मंच का संचालन किया श्री हरीश बजाज ने।