रूद्रपुर: मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने वीडियो कान्फे्रन्सिंग के माध्यम से कृषि अवसंरचना निधि, कृषक उत्पपादक संगठन तथा आईएसएम विलेज कार्यक्रम के सम्बन्ध में जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
उन्होने कहा कि इस वित्तीय वर्ष हेतु निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति के लिये तेजी से कार्य किया जाये। उन्होंने सभी जनपदों को अपने प्रस्तावों की डीपीआर मार्च 2021 के प्रथम सप्ताह तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि इन्नोवेटिव प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा दिये जाये। मुख्य सचिव ने कहा कि ग्रोथ सेंटर्स को डेवेलप करने में यह योजना काफी कारगर सिद्ध होगी। उन्होंने सभी जनपदों को ग्रोथ सेंटर्स पर फोकस किये जाने के भी निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत बड़े प्रोजेक्ट्स पर अधिक फोकस किया जाय। उन्होने कहा कि उधमसिंहनगर में बड़े प्रोजेक्ट्स के लिये अत्यधिक सम्भावना हैं, बडे प्रोजेक्ट्स को अधिक फोकस करने की आवश्यकता है।
सचिव कृषि श्री हरवंश सिंह चुघ ने बताया कि कृषि अवसंरचना निधि के तहत फसलों की कटाई के बाद फसलों के प्रबन्धन अवसंरचना और सामुदायिक खेती की सम्पत्ति के लिये गोदामों, छंटाई-ग्रेडिंग इकाईयां, पैक हाऊसों का निर्माण, लाॅजिस्टिक्स और कोल्ड चेन, वेयर हाऊसों की स्थापना आदि के लिये ऋण सुविधा प्रदान की जाती है।
योजना में ऋण पर ब्याज में 3 प्रतिशत की छूट की सुविधा 7 वर्षों तक उपलब्ध रहेगी। उन्होने बताया कि 2 करोड़ तक के ऋण के लिये ऋण वारन्टी लागत सरकार द्वारा व्यय की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के लि, उत्तराखण्ड राज्य के लिये रू0 157 करोड़ का लक्ष्य रखा गया है।
जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने बताया कि उक्त कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण 10 फरवरी को करा दिया गया है तथा बैंकों को लक्ष्य भी दे दिये गये है। उन्होने बताया कि 10 प्रोजेक्ट को पैक्स के तहत फाईनल किया गया है।
उन्होने बताया कि जनपद हेतु 81 करोड का लक्ष्य रखा गया है। जिलाधिकारी ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि बैंकों को यूजर आईडी व पासवर्ड नही मिला है जिससे आॅनलाईन समित प्रोजेक्ट का डाटा नही मिल पा रहा है, बैंकों को यूजर आईडी व पासवर्ड मिल जायेगा तो आॅनलाईन समित प्रोजेक्ट का सही डाटा बैंकों को उपलब्ध हो जायेगा।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, नावार्ड से राजीव प्रियदर्शी, मुख्य कृषि अधिकारी डा0 अभय सक्सेना, मुख्य उद्यान अधिकारी एचसी तिवारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी गोपाल सिंह धामी आदि उपस्थित थे।