नई दिल्ली
एमवी कवरत्ती (लक्षद्वीप डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड रन शिप) के स्टारबोर्ड इंजन रूम में 30 नवंबर को आग लग गई थी, जिसे बाद में चालक दल ने बुझा दिया था। हालांकि, आग से हुई क्षति के कारण जहाज अपना इंजन शुरू नहीं कर सका और मरम्मत के लिए टोईंग सहायता की प्रतीक्षा के लिए एंड्रोथ द्वीप में था ।।
मरम्मत के लिए जहाज को एंड्रोथ से कोच्चि तक ले जाने के लक्षद्वीप प्रशासन से अनुरोध के आधार पर भारतीय नौसेना ने 16 दिसम्बर को समस्याग्रस्त जहाज को सहायता प्रदान करने के लिए एक त्वरित कार्रवाई के रूप में आईएनएस शार्दुल को एंड्रोथ भेजा। आईएनएस शार्दुल के अधिकारियों और नाविकों की एक विशेषज्ञ टीम एंड्रोथ के नेवल डिटैचमैंट के प्रभारी अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर बिष्णु सी पांडा के साथ आज एमवी कवरत्ती पर पहुंची और क्षति का विस्तृत आकलन किया। परस्पर बातचीत के दौरान, नौसेना के चालक दल ने जहाज के बंदरगाह इंजन को शुरू करने में एमवी कवरत्ती के चालक दल की सहायता की। आईएनएस शार्दुल द्वारा टोईंग गियर एमवी कवरत्ती को दिए गए और टोईंग परीक्षण एमवी कवरत्ती के साथ किया गया। परीक्षण ने मार्ग में बंदरगाह के मुख्य इंजन के विफल होने की स्थिति में एमवी कवरत्ती के चालक दल को टोईंग प्रचालन के लिए आवश्यक विश्वास और आश्वासन प्रदान किया।
विभिन्न आपात स्थितियों का पूर्वाभ्यास करने के बाद आईएनएस शार्दुल ने एमवी कवरत्ती को सुरक्षित रूप से कोच्चि तक पहुंचा दिया है।