चंबा (टिहरी)।
नगर के झंगोरा घाटी से वन विश्राम भवन तक जर्जर सड़क सुधारीकरण का काम वन विभाग और लोनिवि के बीच फंस गया है। वर्षों से सड़क वन विभाग से लोनिवि को हस्तांतरित नहीं हो पाई है। इस कारण ये सड़क नहीं बन पाने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
चंबा-जौल मोटर मार्ग पर झंगोरा घाटी से वन विश्राम भवन तक की करीब 900 मीटर सड़क का स्वामित्व वन विभाग के पास है। इस मार्ग से तल्ला चंबा, जौल, सुदाड़ा, देवरी, कुडियाल गांव, स्यूटा, सहित आधा दर्जन से ज्यादा गांव के लोग आवाजाही करते हैं। लेकिन रखरखाव के अभाव में खस्ताहाल पड़े इस मार्ग पर जगह-जगह गहरे गड्ढे बने हुए हैं। स्थानीय लोग काफी समय से इस मार्ग को वन विभाग से हटाकर लोनिवि चंबा को हस्तांतरित करने की मांग कर रहे हैं। पूर्व प्रधान सरोजनी देवी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य बालेंदु उनियाल का कहना है कि सड़क की खस्ताहाल के कारण कभी भी कोई दुर्घटना घट सकती है।
इस मामले पर रेंजर सकलाना का कहना है कि दो साल पूर्व सर्वे के बाद सड़क हस्तांतरण की पत्रावलियां लोनिवि चंबा को भेज दी गई थी। अब लोनिवि को इस मामले पर कार्रवाई करनी है। वहीं, लोनिवि के अधिशासी अभियंता पीएस नेगी का कहना है कि वन विभाग की ओर से सड़क हस्तांतरण की पत्रावलियां अभी विभाग को नहीं मिली है। कहा कि विभागीय स्तर पर मामले पर कागजी कार्रवाई गतिमान है। जल्द ही सड़क हस्तांतरण कर ली जाएगी।