हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई टिहरी: समय के साथ-साथ नई पीढ़ी गढ़वाली भाषा भी भूलती जा रही है। ऐसे में गढवाली भाषा के संरक्षण की दिशा में एक नई पहल करते हुए काकडासारी गांव के भवानी दत्त तिवारी ने अपनी बेटी की शादी के कार्ड को गढ़वाली में छपवाया है। गढ़वाली भाषा में छपा यह शादी का कार्ड सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। इस कार्ड की जमकर तारीफ हो रही है।
नरेंद्रनगर के काकडासारी गाव के भवानी दत्त तिवारी की बेटी की शादी 15 जनवरी को है। उनकी बेटी अर्चना की शादी कमांद के सुमन सिलस्वाल से होनी है। बेटी की शादी में मेहमानों को आमंत्रित करने के लिए उन्होंने गढ़वाली भाषा में निमंत्रण छापा है। कार्ड में गढ़वाली भाषा को बचाने के लिए अपणी भाषा अपणी पैछाण, ब्यो कू न्यूतु जैसे कई शब्दों का प्रयोग किया है, जो लोगों के लिए आकर्षण और शिक्षाप्रद बना हुआ है। भवानी दत्त तिवारी बताते हैं कि हम चाहे जहां भी रहे, लेकिन अपनी संस्कृति और संस्कार कभी भूलने नहीं चाहिए। अपनी भाषा के सरक्षण व इसको सदैव जीवंत बनाए रखने के लिए हम सभी का कर्तव्य है हमें अपने कर्तव्य के प्रति हमेशा जागरुक रहने की जरूरत है। कहा कि वह अपनी गढ़वाली भाषा ओर गढ़वाली की मिटटी से ही जुड़े हैं।