कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय किसी दूसरे दल का दामन थामेंगे या कांग्रेस में उन्हें लेकर उपजे अविश्वास को खत्म करने नए सिरे से सक्रिय होंगे। इसे लेकर वह पिछले कई दिनों से दिल्ली में वेट एंड वाच की मुद्रा में हैं। कयास लगाए जा रहे थे कि वह सोमवार को सियासी अटकलों के बीच अपनी खामोशी को तोड़ेंगे। लेकिन लोग इंतजार करते ही रह गए। इस बीच सोमवार देर रात उन्होंने एक ट्वीट कर टिहरी वासियों और शुभ चिंतको को अपना संदेश दिया है।
नई टिहरी।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय किसी दूसरे दल का दामन थामेंगे या कांग्रेस में उन्हें लेकर उपजे अविश्वास को खत्म करने नए सिरे से सक्रिय होंगे, इसे लेकर फिलहाल वह मंथन कर रहे हैं। 40 साल से ज्यादा समय से पार्टी से जुड़े किशोर पार्टी के अन्य नेताओं के रवैये से आहत नजर आ रहे हैं। खास बात यह है कि उन्होंने इस पूरे मामले में अभी तक खामोशी ओढ़ रखी है। किशोर के इस पूरे मामले में खामोशी ओढ़ने के कारण पहाड़ के सर्द मौसम में टिहरी की सियासत गर्माई हुई है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने सोमवार देर रात एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने कहा कि, मैं आपका अंतर्मन से आभारी हूँ। आप टिहरी और मेरे बारे में मन व हृदय से चिन्तित हैं।
आपसे विनम्र विनती है,
आपकी चिन्ता व स्नेह का आदर-मान रखूँगा।
#टिहरी_मेरा_गौरव
मैं आपका अंतर्मन से आभारी हूँ। आप टिहरी और मेरे बारे में मन व हृदय से चिन्तित हैं।
आपसे विनम्र विनती है,
आपकी चिन्ता व स्नेह का आदर-मान रखूँगा।#टिहरी_मेरा_गौरव— Kishore Upadhyay (@KupadhyayINC) January 24, 2022
किशोर उपाध्याय के ट्वीट से बढ़ी सियासी सरगर्मी
किशोर उपाध्याय के इस ट्वीट के बाद टिहरी में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। इस संदेश के बाद इतना लगभग साफ हो गया है कि वे परम्परागत सीट टिहरी से ही चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं। हालांकि चुनावी वैतरणी को पार करने के लिए वह कांग्रेस या भाजपा किस दल से चुनावी मैदान में होंगे? इस सवाल से अभी भी कुहासा नहीं छट पाया है।
टिहरी बनी हॉट सीट, भाजपा-कांग्रेस ने घोषणा रोकी
टिहरी सीट पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय कांग्रेस के दावेदार हैं। लेकिन पिछले दिनों भाजपा से मेलजोल के चलते कांग्रेस हाईकमान उन पर गाज गिरा चुका है। वहीं, भाजपा ने पहली सूची में टिहरी विधानसभा सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किया है, जिस कारण कई चर्चाएं तैर रही हैं। चर्चा है कि इस सीट पर भाजपा भी किशोर पर दांव खेल सकती हैं। अब जल्द ही मामले में तस्वीर साफ होने की उम्मीद है।