पंडित उदय शंकर भट्ट
हिंदू कैलेंडर के अनुसार सितंबर के अंतिम हफ्ते में भी पितृ पक्ष रहेगा। इन दिनों में षष्ठी से द्वादशी तक के श्राद्ध होंगे। साथ ही इन दिनों में सिर्फ 2 ही व्रत रहेंगे। इनमें बुधवार को महालक्ष्मी व्रत रहेगा। इस व्रत में संतान और समृद्धि की कामना से देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। इसके बाद शनिवार को एकादशी व्रत किया जाएगा। ये एकादशी पितृ पक्ष में होने से और भी खास रहेगी। क्योंकि इस दिन की गई विष्णु पूजा से पितर भी संतुष्ट होते हैं।
ज्योतिषीय नजरिये से भी ये हफ्ता खास रहेगा। इस सप्ताह बुध ग्रह तुला राशि में वक्री होगा और उसके बाद अपनी ही राशि यानी कन्या में प्रवेश करेगा। वहीं, शुक्र भी राशि बदलकर वृश्चिक में चला जाएगा।
27 सितंबर से 3 अक्टूबर तक का पंचांग
27 सितंबर, सोमवार – अश्विन कृष्णपक्ष, षष्ठी श्राद्ध
28 सितंबर, मंगलवार – अश्विन कृष्णपक्ष, सप्तमी श्राद्ध
29 सितंबर, बुधवार – अश्विन कृष्णपक्ष, अष्टमी श्राद्ध, महालक्ष्मी व्रत
30 सितंबर, गुरुवार – अश्विन कृष्णपक्ष, नवमी श्राद्ध
1 अक्टूबर, शुक्रवार – अश्विन कृष्णपक्ष, दशमी श्राद्ध
2 अक्टूबर, शनिवार – अश्विन कृष्णपक्ष, एकादशी श्राद्ध, एकादशी व्रत
3 अक्टूबर, रविवार – अश्विन कृष्णपक्ष, द्वादशी श्राद्ध
ज्योतिषीय नजरिये से ये सप्ताह
27 सितंबर, सोमवार – रवियोग सर्वार्थसिद्धि योग, अमृतसिद्धि योग
28 सितंबर, मंगलवार – रवियोग, द्विपुष्कर योग
30, सितंबर, गुरुवार – सर्वार्थसिद्धि योग
1 अक्टूबर, शुक्रवार – शुक्र का राशि परिवर्तन
2 अक्टूबर, शनिवार – बुध का राशि परिवर्तन