हिमशिखर धर्म डेस्क
इस साल आज 16 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार पड़ रहा है। मान्यता है कि सावन के सोमवार को भगवान शिव का पूजन करने और इस दिन व्रत रखने से भक्तों के कष्ट दूर होते हैं। आइए जानते हैं सावन के आखिरी सोमवार पर शंकर जी के पूजन के मुहूर्त और विधान के बारे में…
मुहूर्त और राहुकाल
पंचांग के अनुसार सावन का महीना इस साल 16 अगस्त को समाप्त हो रहा है। इसी के साथ सावन का आखिरी सोमवार भी 16 अगस्त को पड़ रहा है। इस दिन सावन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पड़ रही है। इस दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेगा। मान्यता है कि सावन के आखिरी सोमवार पर व्रत और पूजन करने से भगवान शिव अवश्य प्रसन्न होते हैं। इस दिन राहुकाल सुबह 07 बजकर 30 मिनट से लेकर 09 बजे तक रहेगा। इस काल में पूजन या कोई भी शुभ कार्य करना अच्छा नहीं माना जाता है।
पूजा- विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इसके बाद साफ वस्त्र धारण करें।
- घर के मंदिर में दीप जलाएं।
- सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें।
- शिवलिंग पर गंगाजल और दूध चढ़ाएं।
- भगवान शिव को पुष्प अर्पित करें।
- भगवान शिव को बेल पत्र अर्पित करें।
- भगवान शिव की आरती करें और भोग भी लगाएं।
- इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
- भगवान शिव का ध्यान करें।