पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज का विचार
जिनका स्वभाव अच्छा होता है उन्हें कभी प्रभाव दिखाने की जरूरत नहीं होती है
आज का भगवद् चिन्तन
अपनों से हारना सीखिये
अपनों को हराकर आप कभी नहीं जीत सकते, अपनों से हारकर ही उनके हृदय को जीता जा सकता है। जो टूटे को बनाना और रूठे को मनाना जानता है, वही तो समझदार है। वर्तमान समय में परिवारों की जो स्थिति हो गयी है वह अवश्य चिन्तनीय है। घरों में आज सुनाने को सब तैयार हैं लेकिन कोई सुनने को राजी नहीं है। रिश्तों की मजबूती के लिये हमें सुनाने की ही नहीं अपितु सुनने की आदत भी डालनी पड़ेगी।
अपने को सही सिद्ध करने की अपेक्षा परिवार की प्रसन्नता को बनाए रखना अधिक महत्वपूर्ण है। आज घर हो अथवा बाहर अधिकार की बात तो सब कर रहे हैं लेकिन कर्तव्य की बात कोई नहीं कर रहा। आप अपने कर्तव्य का पालन करो, प्रतिफल मत देखो। जिन्दगी की खूबसूरती ये नहीं कि आप कितने खुश हैं, अपितु ये है कि आपसे कितने खुश हैं।
आज का पंचांग
शुक्रवार, जनवरी 31, 2025
सूर्योदय: 07:10
सूर्यास्त: 18:00
तिथि: द्वितीया – 13:59 तक
नक्षत्र: शतभिषा – 04:14, फरवरी 01 तक
योग: वरीयान् – 15:32 तक
करण: कौलव – 13:59 तक
द्वितीय करण: तैतिल – 00:49, फरवरी 01 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: शुक्रवार
अमान्त महीना: माघ
पूर्णिमान्त महीना: माघ
चन्द्र राशि: कुम्भ
सूर्य राशि: मकर
प्रविष्टे/गते: 18