
नई टिहरी: जन्तु विज्ञान विभाग, स्वामी रामतीर्थ परिसर, एच.एन.बी. गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा दो दिवसीय आमंत्रित व्याख्यान श्रृंखला का सफल आयोजन किया गया। इस शैक्षणिक कार्यक्रम का उद्देश्य जीवन विज्ञान के परास्नातक एवं शोध छात्रों को वैज्ञानिक विषयों की गहराई से जानकारी प्रदान करना और उन्हें अग्रणी वैज्ञानिकों के साथ संवाद का अवसर देना था।
कार्यक्रम के संयोजक प्रो. एन. के. अग्रवाल ने स्वागत भाषण में कहा कि विभाग का लक्ष्य छात्रों को केवल सैद्धांतिक नहीं, बल्कि व्यावहारिक और नवोन्मेषी ज्ञान से जोड़ना है। उन्होंने मुख्य वक्ता प्रो. (डॉ.) डब्ल्यू. एस. लाकरा (सचिव, राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी, नई दिल्ली, पूर्व कुलपति, सीआईएफई, मुंबई) का स्वागत करते हुए उन्हें भारत में जल जैव विविधता, मछली आनुवंशिकी और मत्स्य पालन शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी वैज्ञानिक बताया। प्रो. लाकरा ने जल जैव विविधता प्रबंधन, जलकृषि में जैव प्रौद्योगिकी के नवाचार, और इनलैंड एवं शीत जल मत्स्य पालन में नवीनतम विकास जैसे विषयों पर गहन और प्रेरक व्याख्यान दिए।
कार्यक्रम की विशेष शोभा बढ़ाई डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ), नई टिहरी ने, जो विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। प्रो. अग्रवाल ने उन्हें एक ऐसे विद्वान प्रशासक के रूप में संबोधित किया, जिन्होंने अकादमिक पृष्ठभूमि से प्रशासन में आकर विकासात्मक योजनाओं को विज्ञान के साथ जोड़ा है। डॉ. त्रिपाठी का अनुभव, विशेष रूप से जीवन विज्ञान में जैव प्रौद्योगिकी और प्रशासन के क्षेत्र में, छात्रों और शिक्षकों के लिए अत्यंत प्रेरणादायक रहा।
इस अवसर पर, 18 मार्च 2025 को आयोजित एक पूर्व क्षेत्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम “शीत जल मत्स्य पालन में उद्यमिता कौशल विकास” में भाग लेने वाले 35 प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जन्तु विज्ञान विभाग, एच.एन.बी. गढ़वाल विश्वविद्यालय (एसआरटी परिसर) द्वारा मत्स्य विभाग के सहयोग से एवं मुख्य विकास कार्यालय, नई टिहरी के समर्थन से आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों एवं स्थानीय युवाओं को ठंडे जल में मत्स्य पालन के लिए आवश्यक उद्यमिता एवं व्यावहारिक कौशल प्रदान करना था।
कार्यक्रम के सह-संयोजक प्रो. डी. के. शर्मा रहे, तथा डॉ. आशीष डोगरा ने आयोजन समिति सदस्य के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. डंगवाल, डॉ. शिवानी उनियाल, डॉ. प्रिया राय चौधरी की उपस्थिति ने आयोजन को और गरिमा प्रदान की।
व्याख्यान श्रृंखला में कुल 60 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें शासकीय पी.जी. कॉलेज, नई टिहरी के परास्नातक छात्र और स्वामी राम तीर्थ परिसर के जीवन विज्ञान संकाय के शोधार्थी प्रमुख रहे। यह कार्यक्रम छात्रों, शिक्षकों और विशेषज्ञों के बीच संवाद और ज्ञानवर्धन का उत्कृष्ट मंच सिद्ध हुआ।
जन्तु विज्ञान विभाग, इस आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रो. डब्ल्यू. एस. लाकरा, डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, सभी प्रतिभागियों, संकाय सदस्यों तथा आयोजन समिति केशोध एवं स्नातकोत्तर छात्रों का हार्दिक आभार व्यक्त करता है।
