उज्जैन।
महाकाल मंदिर में आज रंगपंचमी पर मंगलवार को रंगोत्सव मनाया जाएगा। राजाधिराज भगवान महाकाल भस्म आरती में टेसू के फूलों से बने रंग से होली खेलेंगे। मंदिर में रंगपर्व की तैयारी पूरी कर दी गई है। सोमवार को पुजारियों ने तीन क्विंटल टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग बनाया।
ज्योतिर्लिंग की परंपरा अनुसार रंगपंचमी का त्योहार सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन में मनाया जागा। भस्म आरती में पुजारी भगवान महाकाल के साथ फूलों के रंग से होली खेलेंगे। इसके बाद भक्तों को रंग लगाया जाएगा। पुजारियों ने तीन क्विंटल टेसू के फूलों से करीब 200 लीटर प्राकृतिक रंग तैयार किया है।
ज्योतिर्लिंग की परंपरा अनुसार रंगपंचमी का त्योहार सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन में मनाया जागा। भस्म आरती में पुजारी भगवान महाकाल के साथ फूलों के रंग से होली खेलेंगे। इसके बाद भक्तों को रंग लगाया जाएगा। पुजारियों ने तीन क्विंटल टेसू के फूलों से करीब 200 लीटर प्राकृतिक रंग तैयार किया है।
महाकाल में होली उत्सव के बाद दिन में शहरवासी रंगपर्व मनाएंगे। शहर में कई स्थानों पर सामूहिक होली उत्सव के आयोजन होंगे। यहां रंग तरंग की मस्ती में युवा रंग व गुलाल से होली खेलेंगे। शाम को महाकाल मंदिर, सिंहपुरी, कार्तिक चौक तथा भागसीपुरा से पारंपरिक गेर निकाली जाएगी। श्रद्धालु बैंड बाजे व ढोल ढमाकों के साथ शौर्य व विजय के प्रतीक ध्वज निशान लेकर निकलेंगे।