हरिद्वार: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निरंजनी अखाड़े की पेशवाई में पहुंचकर साधु-संतों की परंपराओं को समझा। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि, निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी महाराज ने मुख्यमंत्री को छावनी का भ्रमण करवाया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उन्हें बेहद खुशी हो रही है कि आज पहली पेशवाई भव्य रूप में निकल रही है। उन्होंने कहा कि साधु-संतों ने भारतीय संस्कृति के लिए हमेशा से बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। उन्होंने लोगों से भी आह्वान किया कि लोग कुंभ मेले के दौरान साधु संतों का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचें।
वहीं, इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को नाराजगी का भी सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री को बैरागी अखाड़ों ने ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि 4 दिनों के अंदर अगर साधु-संतों की छावनी नहीं बनाई गई तो कुंभ मेले का वह विरोध करेंगे।
हालांकि, मुख्यमंत्री से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई विरोध नहीं है लेकिन अगर विरोध है तो वह खुद जाकर साधु संतों से बात करेंगे।