पंडित उदय शंकर भट्ट
आज शुक्रवार, 14 जनवरी को भगवान सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करेगा। इस वजह से 14 को मकर संक्रांति मनाई जाएगी। इस संबंध में पंचांग भेद भी हैं। लेकिन, मकर संक्रांति से जुड़े पुण्य कर्म स्नान- दान आज ही किए जाएंगे।
मकर संक्रांति पर सूर्यदेव अपने पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश करते हैं। इस दिन से विवाह आदि सभी तरह के मांगलिक कर्म शुरू हो जाते हैं।
मकर संक्रांति के बाद ही सूर्य उत्तरायण हो जाता है। इस वजह से ठंड असर कम होना शुरू हो जाएगा और धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने लगेगी। मकर संक्रांति पर तिल और गुड़ का सेवन खासतौर पर किया जाता है। मान्यता है कि मकर संक्रांति पर की गई सूर्य पूजा अक्षय पुण्य के साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं।
मकर संक्रांति पर किसी पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है। स्नान करने के बाद सूर्य को अर्घ्य अर्पित करना चाहिए। जरूरतमंद लोगों को धन, अनाज और तिल-गुड़ का दान करें। किसी गौशाला में हरी घास और गायों की देखभाल के लिए धन का दान करें। अभी ठंड का समय है तो जरूरतमंद लोगों को ऊनी वस्त्र या कंबल का दान जरूर करें।