नीम करोली बाबा के लाखों भक्त हैं। उनके भक्त भारत से विदेशों तक फैले हैं। एप्पल के सीईओ से लेकर फेसबुक के संस्थापक जैसी हस्तियां बाबा का अलौकिक आशीर्वाद ले चुकी हैं। उनके भक्तों के साथ बाबा के जीवन काल में या उनके जाने के बाद, कुछ अलौकिक दिव्य चमत्कारिक अनुभव हुए हैं।
हिमशिखर धर्म डेस्क
बाबा सभी को ‘ तू ‘ या ‘ तुम ‘ कहते थे और अपने बारे में ‘ हम ‘ शब्द का प्रयोग करते थे। एक दिन उपस्थित लोगों से बातचीत करते हुए सहसा पास बैठे श्यामसुन्दर शर्मा से उन्होंने कहा – “तू बगिया चला जा” अभी कोई नीम करौली बाबा को खोजता हुआ आएगा। उसके साथ एक गूँगा – बहरा लड़का होगा। उनसे कहना कि यहाँ कोई आबा – बाबा नहीं हैं। जा , तेरा गूँगा – बहरा लड़का ठीक हो जाएगा। इसके अलावा और जो मन में आए कह देना।”
शर्मा जी तुरन्त बाहर आए। फाटक के पास पहुँचते ही एक कार आकर डाक बंगले के पास रुक गई । उसमें से एक सज्जन उतरे और कहा- ” मैं फिरोजाबाद का सिविल सर्जन डॉ . बेग हूँ । पता चला है कि इस बंगले में नीम करौली बाबा ठहरे हैं । उनसे मिलना चाहता हूँ। मेरा यह लड़का पैदाइशी गूँगा- – बहरा है । काफी इलाज किया गया, पर ठीक नहीं हुआ। बाबा का आशीर्वाद मिल जाए तो ठीक हो जाएगा। ” शर्मा जी ने बाबा के निर्देशानुसार सारी बातें कहने के बाद अज्ञानतावश लड़के की ओर देखते हुए पूछा- “ क्या नाम है तुम्हारा ? ” – डॉ . बेग कुछ कहते, उसके पहले ही लड़के ने अस्पष्ट स्वर में अपना नाम बताया। डॉ . बेग चौंक उठे। ” शर्माजी ने कहा- ” आपका लड़का बोलता तो है और सुन भी लेता है। घबराने की जरुरत नहीं जल्द ठीक हो जाएगा। “