नई टिहरी : सिद्ध पीठ सुरकंडा मंदिर रोपवे में फंसे यात्रियों को सकुशल निकालने के लिए विभिन्न विभागों की ओर से मॉक ड्रिल किया गया। विभागों के बीच तालमेल को जांचा गया। साथ ही रोपवे में फंसे तीन लोगों को निकालने की तकनीकों को परखा गया। मॉक ड्रिल में आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, धनोल्टी तहसील, पर्यटन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

सुरकंडा मंदिर रोपवे में यात्रियों के फसने की सूचना के बाद पूरा सिस्टम अलर्ट मोड में आया। आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एसडीआरएफ, तहसील प्रशासन, स्वास्थ्य सेवा के साथ ही रोपवे प्रबंधन के जवानों ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। अभियान में जुटे जवानों ने जान की बाजी लगाकर रोपवे से 3 पर्यटको को निकालने की कसरत सफलतापूर्वक की। उन्हें सुरक्षित निकालने के बाद मौके पर प्राथमिक उपचार भी दिया गया। इस दौरान विभागों के बीच आपसी समन्वय का आंकलन करने के साथ ही रेस्क्यू में कम से कम समय लगे इसका प्रयास किया गया।
तहसीलदार राजेंद्र प्रसाद ममगाई ने बताया कि आपदा के तहत संवेदनशील और किस प्रकार से आपदा प्रबंधन की टीम समय रहते जान माल की हिफाजत करता है, उसके लिए मॉक डिल कर लोगो को जागरूक किया गया, जिसमे सभी विभागों ने बढचढकर भागीदारी निभाई व आपदा प्रबंधन के उपकरणो का प्रयोग करते हुए रोपवे में फंसे हुए 3 यात्रियों को सकुशल निकालने का सफल प्रदर्शन किया। इस मौके पर एनडीआरएफ के ए. सी. अजय पंत, आईटीबीपी के इंस्पेक्टर सुमेर चंद आदि अधिकारी मौजूद रहे.