- एफआरआई की केंद्रीय अकादमी में दिया गया दो हफ्ते का प्रशिक्षण
केंद्रीय वन व जलवायु परिवर्तन परिवर्तन मंत्रालय ने अकादमी को सौंपा था प्रशिक्षण का जिम्मा
प्रदीप बहुगुणा
देहरादून: एनडीआरएफ के जवानों ने मसूरी और नरेंद्रनगर के जंगलों में वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर जंगलों की आग बुझाई। यह उनके एफआरआई देहरादून की केंद्रीय अकादमी में दिए गए प्रशिक्षण का व्यावहारिक हिस्सा था। देहरादून में दो हफ्ते का पहला प्रशिक्षण शनिवार को संपन्न हुआ। प्रशिक्षण के समापन पर मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के निदेशक भारत ज्योति ने कहा कि यह विशेष प्रशिक्षण जंगलो में लगने वाली आग पर काबू पाने के लिये महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियो को प्रशिक्षण प्रमाणपत्र भी प्रदान किये।
केंद्रीय अकादमी राज्य वन सेवा, देहरादून की प्राचार्या मीनाक्षी जोशी ने सफलता पूर्वक प्रशिक्षण समपन्न होने पर सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान वनाग्नि रोकथाम और शमन रणनीतियों पर दिये गये प्रशिक्षण संबंधी पहलुओं के महत्व के बारे में बारीकी से जानकारी दी। राज्य के मुख्य वन संरक्षक. वनाग्नि निशांत वर्मा ने कहा कि यह प्रशिक्षण वन अग्निशमन दल और एनडीआरएफ के तालमेल से वनो में लगने वाली आग पर काबू पाने के लिये सहायक सिद्द होगा।
समारोह में एनडीआरएफ के उप महानिदेशक नरेंद्र सिहं बुंदेला भी आॅन लाइन माध्यम से शामिल हुए। केंद्रीय वन एवम जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने वनों को आग से बचाने के प्रशिक्षण का जिम्मा केंद्रीय अकादमी को सौंपा है। यह प्रशिक्षण देहरादून के अलावा तमिलनाडु के कोयंबटूर में भी दिया गया। प्रशिक्षण 50-50 के ग्रुप में दिया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए एनडीआरएफ की 15वीं बटालियन के 50 जवान गदरपुर से आए थे। यह प्रशिक्षण सैद्धांतिक और व्यवहारिक दो भागो में सम्पन्न किया गया, सैद्धांतिक भाग केंद्रीय अकादमी राज्य वन सेवा, देहरादून में सम्पन्न हुआ जबकि व्यावहारिक प्रशिक्षण नरेंद्रनगर और मसूरी वन प्रभाग के जंगलों में दिया गया।
व्यावहारिक प्रशिक्षण में माॅक ड्रिल और फील्ड तकनीकि सम्मिलित थे। इसके लिये प्रशिक्षणार्थियो को दो भागो में विभाजित किया गया, एक टीम को भारतीय वन सेवा के अमलेंदु पाठक और भरत सिह के नेतृत्व में मसूरी वन प्रभाग तथा दूसरी टीम को वैज्ञानिक अंकित गुप्ता और वीके धवन के नेतृत्व में नरेंद्रनगर वन प्रभाग के जंगलों में दिया गया। कार्यक्रम के समापन समारोह में अनुराग भारद्वाज, निदेशक, वन शिक्षा निदेशालय,देहरादून, कमान अधिकारी 15वीं बटालियल (एनडीआरएफ),डा. टीब्यूला एलिल मती भी मौजूद थे। यह पहला मौका है जब केंद्रीय अकादमी राज्य वन सेवा, देहरादून ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की बटालियन के लिए वनाग्नि रोकथाम और शमन रणनीति संबंधी विषय पर विशेष प्रशिक्षण का आयोजन किया। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को प्रथम सप्ताह में वनाग्नि रोकथाम और शमन रणनीतियों की जानकारी, अग्निशमन उपकरण तथा भारतीय वन सर्वेक्षण के फोरेस्ट फायर अलर्ट सिस्टम की जानकारी दी गयी जबकि दूसरे सप्ताह में उत्तराखण्ड राज्य वन विभाग की टीम के सहयोग से फील्ड एक्सरसाइज और मोक ड्रिल प्रशिक्षण दिया गया।