गाय के गोबर से बना पेंट : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बने खादी प्राकृतिक पेंट के ‘ब्रांड एंबेसडर’

हिमशिखर ब्यूरो
नई दिल्ली

Uttarakhand

गाय के गोबर से बने देश के पहले ‘खादी प्राकृतिक पेंट’ की जयपुर स्थित नई स्वचालित विनिर्माण इकाई का वर्चुअल उद्घाटन आज सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा सूक्ष्म, लघु और मध्यम मंत्री नितिन गडकरी ने किया। उन्होंने अपने आपको खादी प्राकृतिक पेंट का “ब्रांड एंबेसेडर” घोषित करते हुए कहा कि वह इस पेंट को पूरे देश में बढ़ावा देंगे ताकि युवा उद्यमियों को गाय के गोबर से पेंट का निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। कहा कि यह देश में ग्रामीण और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में एक लंबा रास्ता तय करेगा।


गडकरी ने इस सफल अनुसंधान के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि खादी प्राकृतिक पेंट में समाज के गरीब से गरीब व्यक्ति के लाभ के लिए सतत विकास करने की व्यापक संभावनाएं हैं और हमारा लक्ष्य प्रत्येक गांव में कम से कम एक प्राकृतिक पेंट इकाई स्थापित करने का होना चाहिए।

इस अवसर पर गडकरी ने 1000 लीटर खादी प्राकृतिक पेंट आपूर्ति (500-500 लीटर डिस्टेंपर और इमल्शन) का आदेश भी दिया, जिसका वे नागपुर में अपने आवास पर उपयोग करना चाहते हैं।

नया संयंत्र कुमारप्पा राष्ट्रीय हस्तनिर्मित कागज संस्थान (केएनएचपीआई), जयपुर के परिसर में स्थापित किया गया है, जो खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) की एक इकाई है। इससे पहले प्राकृतिक पेंट का निर्माण प्रोटोटाइप परियोजना पर मैन्युअली रूप से किया जा रहा था। नई विनिर्माण इकाई चालू होने से प्राकृतिक पेंट की उत्पादन क्षमता दोगुनी हो जाएगी। वर्तमान में प्राकृतिक पेंट का दैनिक उत्पादन 500 लीटर है,जिसे बढ़ाकर प्रतिदिन 1000 लीटर कर दिया जाएगा।

Uttarakhand

Uttarakhand

खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि नया संयंत्र आधुनिक प्रौद्योगिकी और मशीनरी से लैस है, जो गुणवत्ता और एकरूपता के मामले में उत्पाद के उच्चतम मानकों को भी सुनिश्चित करेगा।  गडकरी ने 12 जनवरी, 2021 को खादी प्राकृतिक पेंट का शुभारंभ किया था। यह पेंट किसानों की आय बढ़ाने और देश में स्वरोजगार पैदा करने के दोहरे उद्देश्यों के साथ लॉन्च किया गया है। इस नवाचार से अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए केवीआईसी ने इस परियोजना को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत शामिल किया है, जो रोजगार सृजन के लिए केंद्र सरकार की एक प्रमुख योजना है। यह पेंट दो किस्मों- डिस्टेंपर और इमल्शनमें उपलब्ध है। इसमें “अष्टलाभ” यानी आठ लाभ शामिल हैं,जैसे एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और प्राकृतिक थर्मल इंसुलेशन गुण। यह पेंट पर्यावरण के अनुकूल, नॉन-टॉक्सिक, गंधहीन और सस्ता है।

Uttarakhand

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *