नई टिहरी।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय को विभिन्न समाचार पत्र एवं सोशल मीडिया में प्रकाशित खबरों से विवि प्रशासन को अवगत हुआ है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष द्वारा आरोप लगाया गया है कि श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने हेतु नियम विरूद्व नियुक्तियां दी गयी हैं। विश्वविद्यालय ने खबर को पूर्णतः असत्य, मनगन्ढत व झूठ बताया है।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. पीपी ध्यानी ने कहा कि मेरे 2 साल 9 माह के कार्यकाल में एक भी नियमित नियुक्ति नही हुयी है। अतः अपने चहेतो को लाभ पहुंचाने का प्रश्न ही नही उठता। कहा कि ऋषिकेश परिसर में शिक्षकों का आमेलन (मर्जर) जरूर हुआ है, नियुक्तियां नहीं हुई हैं। दोनों, आमेलन (मर्जर) और नियुक्ति, अलग-अलग प्रक्रियाये होती हैं। ऋषिकेश परिसर में आमेलन (मर्जर) नियमानुसार शासनादेशो के तहत विश्वविद्यालय द्वारा किया गया है।
बताया कि शासनादेश सं0 707-725@XXIV-C1/2021-01(13) 2014 दिनांक 20/09/2021 यथा संशोधित 726(1)/XXIV-C1/2021-01(13) 2014 दिनांक 21/09/2021 एवं शासनादेश संख्या 121/XXIV-C-1/2022-0(13)/2014 दिनांक 27/02/2022 के अनुपालन में श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के पण्डित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश हेतु 65 प्राध्यापकों एवं 12 शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का आमेलन (मर्जर) विश्वविद्यालय द्वारा किया गया है जो कि प्रदेश के विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों में स्थायी रूप से पूर्व से ही कार्यरत थे। अतएव, विश्वविद्यालय उपरोक्त मनगन्ढत, तथ्यहीन एवं निराधार खबरों का पूर्णतः खण्डन करता है।