नई दिल्ली
प्रो गोविन्द सिंह
नव भारत टाइम्स में हमारे वरिष्ठ सत सोनी के निधन की खबर पाकर हतप्रभ हूं। सोनी जी हिंदी पत्रकारिता के एक दीप स्तंभ थे। उनके जैसा इंसान मिलना असंभव है। अपने काम के प्रति हद दर्जे की प्रतिबद्धता और अपने काम की स्पष्टता उनकी विशेषता थी। टाइम्स जैसे संस्थान में उन्हें सेवा निवृत्ति के बाद भी सात साल तक एक्सटेंशन दिए जाते रहे। वे सांध्य टाइम्स के संपादक के तौर पर अपरिहार्य हो गए थे। लगता था कि वे सांध्य टाइम्स के लिए बने हैं कि सांध्य टाइम्स उनके लिए बना है!
दो दिन पहले ही उन्हें फोन लगाया था, लेकिन क्या पता था कि अब उनका फ़ोन नहीं उठेगा। उनका न रहना, निश्चय ही हिंदी पत्रकारिता के लिए एक अपूरणीय क्षति है। हिंदी की सांध्य पत्रकारिता के इतिहास में वे एक मील का पत्थर हैं। सोनी जी, आप जहां भी रहें, उसी तरह खिलखिलाते रहें। गर्मजोशी बिखेरते रहें। ॐ शान्ति।