हे राम! खाड़ी में एक और घायल गोवंश ने गोशाला में तोड़ा दम

भारत देश और संस्कृति के अनुसार गाय को माता का दर्जा दिया गया है लेकिन टिहरी में गोवंश की हालत दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है टिहरी की सड़कों पर गोवंश कूड़ा कचरा खाते हुए नजर आता है । कहने को तो गौ सुरक्षा और गाय की देखभाल के लिए कई संगठन बने हुए हैं और कई सरकार की मुहिम भी चलती है लेकिन फिर भी गायों की दुर्दशा दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है ।

Uttarakhand

सर्दी बढ़ने के बाद भी जिम्मेदारों की ओर से गोशाला में कोई खास इंतजाम नहीं किए गए हैं। अस्थायी गोशाला में गोवंशों की इन दिनों दुर्दशा हो रही है। देखरेख और बढ़ रही ठंड गोवंशों की जान पर आफत बनी हुई है। शुक्रवार को खाड़ी में घायल एक गोवंश ने दम तोड़ दिया।

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