हस्तशास्त्र: हाथ की लकीरें भी कहती हैं…

हिमशिखर खबर ब्यूरो

Uttarakhand

हस्तशास्त्र के अनुसार हाथ की लकीरों से व्यक्ति के जीवन से जुड़ी कुछ घटनाओं को समझा जा सकता है. मस्तिष्क रेखा, भाग्य रेखा और बुध रेखा से मिलकर बनने वाले त्रिकोण को सेविंग ट्रायंगल कहा जाता है. जिन लोगों के हाथ में ये ट्रायंगल या त्रिकोण बनता है उनका बैंक बैलेंस अच्छा होता है यानी धनी होते हैं.

हस्तरेखा शास्त्र (Hast Rekha Shastra) के अनुसार हाथ के मध्य में मंगल क्षेत्र की ओर भाग्य रेखा, बुध रेखा और मस्तिष्क रेखा के संयोग से बनने वाला त्रिकोण जितना बड़ा होता है, इतनी अधिक सेविंग्स होती है. ऐसे व्यक्ति के पास भूमि, भवन और वाहन समेत पर्याप्त साधन होते हैं. बैंक अकाउंट का ग्राफ बढ़ता रहता है.

यह त्रिकोण बुध रेखा के प्रभाव से व्यापारिक कुशलता के साथ धनी बनाता है. जबकि मस्तिष्क रेखा का संयोग व्यक्ति को चतुराई से लाभ अर्जित करने में सहायक होता है. वहीं, भाग्य रेखा का संयोग सौभाग्य और सकारात्मकता को बढ़ाता है. इन तीनों का साझा प्रभाव व्यक्ति को जीवन में धनवान और संग्रहकर्ता बनाता है. ऐसे लोग आजीवन सुख सुविधाओं से जीवन यापन करते हैं.

28 age की आयु के आस-पास यह धन त्रिकोण (Money Triangle) अच्छा प्रभाव दिखाता है. 50 वर्ष तक की उम्र में ही व्यक्ति संग्रह में सफल हो जाता है. कुछ लोगों को तो इसका प्रभाव किशोरवस्था से ही मिलना आरंभ हो जाता है.

मंगल क्षेत्र के साथ राहु क्षेत्र पर त्रिभुज का प्रभाव होने से आकस्मिक अवरोधों पर नियंत्रण बढ़ता है. व्यक्ति में सकारात्मकता को बढ़ाता है. जीवन में स्थिरता और धैर्य बनाए रखता है. जिससे व्यक्ति संतुलित और प्रभावी निर्णय लेने में सक्षम होता है.

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