पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज आश्विन माह और चतुर्द्शी तिथि है। कल बुधवार, 2 अक्टूबर को पितृ पक्ष की अंतिम तिथि है, इसे सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहा जाता है।
अमावस्या तिथि पर किए गए श्राद्ध कर्म से पितरों को तृप्ति मिलती है और वे प्रसन्न होकर अपने पितृ लोक लौट जाते हैं। जो लोग श्राद्ध कर्म नहीं करते हैं, उनके पितर दुखी होते हैं और अपने वंश के लोगों को शाप देते हैं। पितरों की प्रसन्नता के लिए सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर श्राद्ध और दान-पुण्य जरूर करना चाहिए।
पितृ पक्ष की अमावस्या का महत्व काफी अधिक है। इस तिथि पर गंगा, यमुना, सरस्वती, नर्मदा, शिप्रा जैसी पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा है।
अत्यधिक बारिश की वजह से कई नदियों में उफान है, इसलिए नदी स्नान को लेकर सतर्क रहना चाहिए। अगर नदी में स्नान नहीं कर पा रहे हैं तो घर पर ही पानी में थोड़ा सा गंगाजल मिलाएं और सभी पवित्र नदियों के साथ तीर्थों का ध्यान करते हुए स्नान करें। ऐसा करने से भी घर पर नदी स्नान के समान पुण्य मिल जाता है।
स्नान के बाद नदी किनारे या अपने घर के आसपास ही धन, अनाज, जूते-चप्पल, कपड़े, भोजन का दान करें। किसी गौशाला में गायों के लिए घास और धन का दान करें। इस दिन पितरों के निमित्त चारपाई यानी पलंग, छाता, घी, दूध, काले तिल, चावल, गेहूं आदि चीजों का भी दान करना चाहिए।
आज का पंचांग
मंगलवार, अक्टूबर 1, 2024
सूर्योदय: 06:14 ए एम
सूर्यास्त: 06:07 पी एम
तिथि: चतुर्दशी – 09:39 पी एम तक
नक्षत्र: पूर्वाफाल्गुनी – 09:16 ए एम तक
योग: शुक्ल – 02:18 ए एम, अक्टूबर 02 तक
करण: विष्टि – 08:21 ए एम तक
द्वितीय करण: शकुनि – 09:39 पी एम तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: मंगलवार
अमान्त महीना: भाद्रपद
पूर्णिमान्त महीना: आश्विन
चन्द्र राशि: सिंह – 04:02 पी एम तक
सूर्य राशि: कन्या