पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज यानी 2 फरवरी 2025 को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी मनाई जाती है। आज के दिन को मां सरस्वती के प्राकट्य दिवस के रूप में भी जाना जाता है। इस तिथि पर घर, मंदिर से लेकर सभी शिक्षा संस्थानों में मां शारदा की पूजा का भव्य आयोजन किया जाता है।
वसंत पंचमी पर पीले रंग का महत्व
वसंत पंचमी पर पीले रंग को अत्यंत शुभ और सौभाग्यशाली माना जाता है। यह रंग देवी सरस्वती का प्रिय माना गया है जो ज्ञान, ऊर्जा, उत्साह, तेजस्विता एवं सकारात्मकता का प्रतीक है। इस दिन विशेष रूप से पीले वस्त्र धारण करने, पीले पुष्प अर्पित करने और पीले रंग के भोजन का सेवन करने की परंपरा है। मान्यता है कि पीला रंग नई फसल का प्रतीक है और इस दिन से ‘वसंत ऋतु’ की शुरुआत भी होती है। इस दौरान जगह-जगह रंग-बिरंगे फूल, खेतों में सरसों की पीली फसलें लहलहाने लगती हैं, इसलिए वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर पीले रंग के वस्त्र धारण किए जाते हैं। इसके अलावा, पीला रंग समृद्धि और ज्ञान का भी प्रतीक है। मान्यता है कि पीले वस्त्र धारण करने से आत्मिक शुद्धता बढ़ती है और मन शांत रहता है। यह रंग धार्मिक, आध्यात्मिक और प्राकृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
मनाया जाता है वसंत पंचमी का पर्व ?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को देवी सरस्वती का जन्म हुआ था। इसी उपलक्ष्य में हर वर्ष वसंत पंचमी मनाई जाती है। देवी सरस्वती को विद्या, कला और बुद्धि की देवी के रूप में पूजा जाता है। इस दिन की पूजा-अर्चना से ज्ञान, कला और संगीत का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही यह पर्व नई फसल और प्रकृति के बदलाव का उत्सव भी है। इस मौसम में सरसों के पीले फूल, आम के पेड़ों पर नई बौर, और गुलाबी ठंड पूरे वातावरण को आनंदमय बना देती है। यह समय न केवल मनुष्य बल्कि पशु-पक्षियों में भी नई ऊर्जा का संचार करता है।
तिथि | चतुर्थी | 09:15 तक |
नक्षत्र | उत्तरभाद्रपदा | 24:44 तक |
प्रथम करण | विष्टि | 09:15 तक |
द्वितीय करण | बावा | 20:04 तक |
पक्ष | शुक्ल | |
वार | रविवार | |
योग | शिव | 09:08 तक |
सूर्योदय | 07:08 | |
सूर्यास्त | 17:54 | |
चंद्रमा | मीन | |
राहुकाल | 16:34 − 17:54 | |
विक्रमी संवत् | 2081 | |
शक संवत | 1946 | |
मास | माघ | |
शुभ मुहूर्त | अभिजीत | 12:09 − 12:53 |