स्वेज (मिस्र)। मिस्र की स्वेज नहर में पिछले छह दिन से फंसे एक मालवाहक जहाज को ‘आंशिक तौर’ पर दोबारा पानी की सतह पर लाने में कामयाबी मिली है। ये जहाज एशिया से यूरोप के बीच माल ढुलाई का काम करता था। जहाज के नहर में फंसने से दोनों तरफ करीब 150 से ज्यादा मालवाहक जहाज फंस गए थे। मीडिया रिपाॅट्र्स के मुताबिक, समय से माल की सप्लाई न होने से करीब 50 हजार मिलियन डाॅलर का नुकसान हुआ है। हर घंटे 400 मिललियन डाॅलर के नुकसान का अनुमान लगाया गया है।
समाचार एजेंसी राॅयटर्स के अनुसार इंचकैप शिपिंग सर्विसेज के अनुसार, करीब एक सप्ताह से नहर में फंसा यह विशाल जहाज अब फिर से तैरने लगा है और उसे चलने लायक स्थिति में बनाने का काम जारी है।
दुनिया के सबसे बड़े जहाज में से एक है
इस मालवाहकजहाज का नाम ‘द एवर ग्रीन’ है। पनामा का ये जहाज एशिया के यूरोप के बीच माल ढुलाई का काम करता है। इसकी लंबाई 1300 फीट की है। पिछले मंगलवार यानी 23 मार्च को स्वेज नहर में ये जहाज फंस गया था, जिससे दोनों तरफ का यातायात बाधित हो गया। इस जहाज पर तेल लदा है। इस जहाज के कू्र में करीब 25 भारतीय भी हैं। इस ट्रैफिक जाम में करीब 150 जहाज फंेस गए थे, जिनमें 13 मिलियन बैरल कच्चे तेल से लदे लगभग 10 क्रूड टैंकर भी शामिल थे।