पौष पूर्णिमा व्रत आज: 25 जनवरी, शुभ-अशुभ मुहूर्त का समय

पंडित उदय शंकर भट्ट

Uttarakhand

सुप्रभातम्,

आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज गुरुवार को भी प्रस्तुत कर रहा है आपके लिए पंचांग, जिसको देखकर आप बड़ी ही आसानी से पूरे दिन की प्लानिंग कर सकते हैं।

पौष पूर्णिमा व्रत आज

पौष माह में शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि पौष पूर्णिमा के नाम से जानी जाती है। इस साल यह तिथि आज 25 जनवरी दिन गुरुवार को है। धार्मिक मान्यता के अनुसार पौष पूर्णिमा के दिन व्रत, गंगा स्नान एवं दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान के बाद दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और मोक्ष मिलता है। पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान-दान और व्रत के अलावा रात्रि के समय में चंद्र देव और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

आज का भगवद् चिन्तन

भक्ति जीवन को सुपथगामी बनाकर श्रेष्ठ मार्ग की ओर अग्रसित करती है। यदि किसी मनुष्य के जीवन में भक्ति नहीं है तो फिर निश्चित समझिए वो कुपथगामी है। जो कुपथगामी है, वही तो आसुरी प्रवृत्ति का भी है। जिस मनुष्य के जीवन में भक्ति नहीं फिर उसी मनुष्य का जीवन हिरण्यकशिपु की तरह असुरत्व प्रधान भी बन जाता है। सीधे शब्दों में कहें तो वो ये कि भक्ति और भक्त का निरादर करने वाला मनुष्य ही हिरण्यकशिपु है।

जिस मनुष्य के जीवन में भक्ति नहीं उस मनुष्य के जीवन में सदाचरण की शक्ति भी कभी नहीं हो सकती। जहाँ सदाचार है, वहाँ सुरत्व और जहाँ दुराचार है, वहीं तो असुरत्व है। भक्ति नर को नारायण स्वरूप बनाने की प्रयोगशाला है। भक्ति जीवन को परिष्कृत करके दुनिया के बाजार में उसके मोल को बढ़ाकर अनमोल कर देती है। जीवन में भक्ति का समावेश और भक्त का सम्मान ही स्व उत्थान एवं जीवन कल्याण का मूल है।

आज का पंचांग

बृहस्पतिवार, जनवरी 25, 2024
सूर्योदय: 07:13
सूर्यास्त: 17:54
तिथि: पूर्णिमा – 23:23 तक
नक्षत्र: पुनर्वसु – 08:16 तक
योग: विष्कम्भ – 07:32 तक
करण: विष्टि – 10:33 तक
द्वितीय करण: बव – 23:23 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: गुरुवार
अमान्त महीना: पौष
पूर्णिमान्त महीना: पौष
चन्द्र राशि: कर्क
सूर्य राशि: मकर
शक सम्वत: 1945 शोभकृत्
विक्रम सम्वत: 2080 नल

तिथि पूर्णिमा 23:26 तक
नक्षत्र पुनर्वसु 08:14 तक
प्रथम करण विष्टि 10:35 तक
द्वितीय करण बव 21:53 तक
पक्ष शुक्ल 23:26 तक
वार गुरुवार
योग विष्कंभ 07:31 तक
सूर्योदय 07:16
सूर्यास्त 17:49
चंद्रमा कर्क
राहुकाल 13:52 − 15:11
विक्रमी संवत् 2080
शक संवत 1944
मास पौष
शुभ मुहूर्त अभिजीत 12:12 − 12:54

धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो

प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो

गौ माता की जय हो।

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