घंण्टाकर्ण धाम मंदिर में संक्रांति पर्व पर पूजा अर्चना भंडारे का किया गया आयोजन

 डीपी उनियाल

Uttarakhand

नरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र के क्वीली पट्टी में स्थित घंडियाल डांडा मंदिर में हमेशा की तरह आज भी संक्रांति पर्व पर पूजा अर्चना हवनयज्ञ का आयोजन किया गया। गजा गौंतयाचली से लगभग 4 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई पर स्थित घंटाकर्ण मंदिर भक्तों के सहयोग से 80 लाख रुपयों की धनराशि से नव निर्माण विगत साल पूर्ण होने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हंस फाउंडेशन की संस्थापक माता मंगला और भोले जी महाराज सहित कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के द्वारा उद्घाटन किया गया था।

Uttarakhand
Uttarakhand

2800 फिट की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर में पेयजल आपूर्ति जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण के सहयोग से सौर ऊर्जा पंपिंग योजना से पूरी हुई है। आपको बताते चलें कि मंदिर निर्माण कार्य में लाखों रुपए की धनराशि देवता के भक्तों द्वारा दान दी गई है, भक्तों की पूरी आस्था घंटाकर्ण देव पर है। यहां पर देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। घंटाकर्ण देवता की पूजा बद्रीनाथ धाम में भी सबसे पहले की जाती है। आज पूजा अर्चना हवनयज्ञ में घंटाकर्ण देव के पश्वा कुलबीर सिंह सजवाण तथा मंदिर के पुजारी मंगला नंद विजल्वाण ने की। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में घंटाकर्ण धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय प्रकाश विजल्वाण, उपाध्यक्ष मान सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष अशोक विजल्वाण, प्रगतिशील जन विकास संगठन गजा टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष दिनेश प्रसाद उनियाल, विनोद विजल्वाण, रिटायर सूबेदार मनजीत सिंह नेगी, सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे, घंटाकर्ण देवता की पूजा अर्चना करने हजारों लोग हर माह यहां आते हैं, बताया जाता है कि घंटाकर्ण देवता अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। पर्चा धारी है घंटाकर्ण देव । मनौती मांगने जो भी लोग आते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है ।

Uttarakhand

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *