प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रूस में आयोजित हो रहे छठे पूर्वी आर्थिक मंच (ईईएफ) को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मुझे ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए खुशी हो रही है और इस सम्मान के लिए राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि भारत रूस का एक विश्वसनीय भागीदार हैैै।
‘विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त सामरिक साझेदारी’ के अनुरूप प्रधानमंत्री ने दोनों पक्षों के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक सम्बन्ध को अधिक से अधिक मज़बूत करने पर जोर दिया। उन्होंने महामारी के दौरान सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों के रूप में स्वास्थ्य और फार्मा क्षेत्र के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने हीरा, स्टील, लकड़ी समेत आर्थिक सहयोग के अन्य संभावित क्षेत्रों का भी उल्लेख किया।
My remarks at the Eastern Economic Forum. https://t.co/FE8mRgm75q
— Narendra Modi (@narendramodi) September 3, 2021
पीएम मोदी ने कहा, भारतीय इतिहास और सभ्यता में ‘संगम’ का एक विशेष अर्थ है। इसका अर्थ नदियों/लोगों/विचारों का संगम या एक साथ आना है। उन्होंने कहा, मेरी नजर में व्लादिवोस्तोक वास्तव में यूरेशिया और प्रशांत का ‘संगम’ है। मैं रूसी सुदूर पूर्व के विकास के लिए राष्ट्रपति पुतिन के दृष्टिकोण की सराहना करता हूं। इस विज़न को साकार करने में भारत रूस का एक विश्वसनीय भागीदार होगा।
पीएम ने कहा, भारत और रूस के बीच मित्रता समय की कसौटी पर खरी उतरी है। अभी हाल ही में इसे कोविड -19 महामारी के दौरान टीकों के क्षेत्र सहित कई क्षेत्रों में हमारे सुदृढ़ सहयोग के रूप में देखा गया। महामारी ने हमारे द्विपक्षीय सहयोग में स्वास्थ्य और दवा क्षेत्रों के विशेष महत्व को सामने लाया है। ऊर्जा हमारी रणनीतिक साझेदारी का एक अन्य प्रमुख स्तंभ है। भारत-रूस ऊर्जा साझेदारी वैश्विक ऊर्जा बाजार में स्थिरता लाने में काफी मदद कर सकती है।