पर्यावरण संरक्षण को लेकर पिपलेथ में गोष्ठी संपन्न

हिमशिखर खबर ब्यूरो

Uttarakhand

चंबा: पर्यावरण संरक्षण को लेकर पिपलेथ गांव में आयोजित गोष्ठी में पर्यावरण संरक्षण का आह्वान किया गया। इस दौरान पौधारोपण करने पर बल दिया गया।

पिपलेथ गांव में आयोजित गोष्ठी के मुख्य अतिथि युवा पर्यावरणविद आयुष वर्मा ने कहा कि मानव जीवन के लिए आक्सीजन सबसे जरूरी है। आक्सीजन वृक्षों से मिलती है। इसलिए अधिक से अधिक पौधों का रोपण करना चाहिए। ताकि पर्यावरण शुद्ध रहे। इसी के साथ ही पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए जीव जन्तुओं, पक्षियों का एक चक्र होना आवश्यक है। इसलिए हमको पक्षियों जानवरों के लुप्त होने वाली प्रजातियों को बचाने के मुहिम चलानी चाहिए। योगाचार्य मनीष नेगी ने कहा कि वातावरण को प्रदूषित करने में सबसे बड़ा कारण रसायनिक खाद है। उसके अत्यधिक प्रयोग से भूमि की उर्वरक शक्ति समाप्त हो रही है कृषि के मित्र कीट भी नष्ट हो रहे है। पानी को प्रदूषण से बचाने के लिए उनमें जाने वाले कचरे को प्रतिबंधित कर देने चाहिए। प्रीति नेगी ने कहा कि वायु प्रदूषण का निवारण सबको मिलकर करना होगा पेड़ लगाने के साथ ही उनको बचने पर अपनी बात रखी। इस मौके पर उषा देवी, नैतिक, कार्तिक व अन्य ग्राम वासी उपस्थित रहे व सभी ने अपने विचार साझा किये।

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